बिहार के किशनगंज एएमयू सेंटर के लिए ट्विटर पर चला ट्रेंड, 12 साल से फंड नहीं मिलने के कारण निर्माण कार्य लंबित

किशनगंज के एएमयू सेंटर के निर्माण में हो रही देरी और फंड नहीं देने को लेकर युवा छात्रों ने अपनी नाराजगी जाहिर की है। छात्रों ने मांग की है कि विश्वविद्यालय की ईकाई शुरू करने के लिए सरकार तत्काल फंड जारी करे। इसे लेकर सोशल मीडिया पर ट्रेंड भी चलाया गया।

देश दुनिया से लोग लगातार ट्वीट कर अपनी बात रख रहे हैं। अलीगढ़ मुस्लिम युनिवर्सिटी के किशनगंज सेंटर के लिए फंड की मांग को लेकर इस हैशटैग के साथ आज डिजिटल अभियान चलाया गया। AIMIM पार्टी के मुखिया व हैदराबाद सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है।

ओवैसी ट्वीट करते हुए  लिखा कि सरकार ने इस सेंटर के लिए फंड को रोक दिया है और सेंटर की हालत दयनीय है। वहीं डिजिटल कैंपेन में हैशटैग के साथ दनादन ट्वीट आए। एआईएमआईएम पार्टी के मुखिया असदुद्दीन ओवैसी ने पुराना पत्र शेयर किया और बताया कि 2017 में ही उन्होंने सरकार से फंड की मांग की थी। वहीं इस मामले में कांग्रेस नेता शशि थरूर ने ट्वीट किया है।

भारतीय पैरा तैराक शम्स आलम ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है और सरकार से फंड की मांग की है। कांग्रेस के सेक्रेटरी बीपी सिंह ने भी इसे लेकर ट्वीट किया है। वहीं टीपू सुल्तान पार्टी इस मुद्दे को जोर-शोर से उठायी है। पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने ट्वीट कर फंड की मांग की है और एएमयू को सीमांचल के विकास का बड़ा केंद्र बताया है।

मिल्लत टाइम्मस के चीफ एडिटर शम्स तबरेज कसामी ने ट्विट करते हुए लिखा कि- AMU Kishanganj centre का फंड क्यों रुका हुआ है कौन जिम्मेदार है AMU के वाइस चांसलर को सामने आकर वजाहत करनी चाहिए।

एआईएमआईएम के नेता सैयद रुकनुद्दीन अहमद ने ट्वीट कर लिखा है कि किशनगंज में एएमयू का केंद्र खोलना एक अच्छा फैसला था। लेकिन ये शुरू से ही फंड के अभाव में जूझता रहा है. उन्होंने किशनगंज के एएमयू केंद्र को लेकर फंड की मांग की।राजद प्रवक्ता चितरंजन गगन ने भी फंड की मांग राजद के तरफ से की।

बता दें कि  अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी किशनगंज 2014 में सोनिया गांधी ने लोकसभा चुनाव के पहले किया था। लेकिन उसके बाद केंद् में सरकार बदलने के बाद एएमयू की शाखा के निर्माण पर रोक लग गई, जिसके बाद सात साल के बाद इसे पर काम आगे नहीं बढ़ सका।

इस दौरान यहां  आवंटित जमीन के चारों तरफ चारदीवारी का निर्माण हुआ लेकिन फंड के आभव में खंडहर में तब्दील होता गया। अब फंड रिलीज की मांग को लेकर यहां के स्थानीय नेता विधायक सांसद लगातार प्रयास कर रहे हैं। लेकिन अब तक निर्माण कार्य पूरा नहीं हो पाया है।

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