नई दिल्ली: दिल्ली के इंडिया गेट पर लगी अमर ज्योति की मशाल को हमेशा के लिए बुझाया जा रहा है. सरकार ने तर्क दिया है कि मशाल को बनाए रखना कठिन होता जा रहा है, इसलिए इसे राष्ट्रीय युद्ध स्मारक में जलाई जाने वाली मशाल के साथ मिला दिया जाएगा। इस पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने आपत्ति जताई है। राहुल गांधी ने कहा है कि कुछ लोग देशभक्ति और बलिदान को नहीं समझ सकते।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक सेना के अधिकारियों ने बताया कि अमर जवान ज्योति को शुक्रवार दोपहर नेशनल वॉर मेमोरियल में जलती मशाल में मर्ज किया जाएगा, जो इंडिया गेट से महज 400 मीटर की दूरी पर है. 25 जनवरी, 2019 को प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा राष्ट्रीय युद्ध स्मारक का उद्घाटन किया गया था, जहां 25942 सैनिकों के नाम अंकित हैं।
अमर जवान ज्योति की मशाल बुझाने पर प्रतिक्रिया देते हुए राहुल गांधी ने ट्विटर पर लिखा ,बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!
बहुत दुख की बात है कि हमारे वीर जवानों के लिए जो अमर ज्योति जलती थी, उसे आज बुझा दिया जाएगा।
कुछ लोग देशप्रेम व बलिदान नहीं समझ सकते- कोई बात नहीं…
हम अपने सैनिकों के लिए अमर जवान ज्योति एक बार फिर जलाएँगे!— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 21, 2022
गौरतलब है कि प्रथम विश्व युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में ब्रिटिश सरकार द्वारा इंडिया गेट का निर्माण किया गया था। फिर 1972 में 1971 में पाकिस्तान के साथ युद्ध में शहीद हुए भारतीय सैनिकों की याद में अमर जवान ज्योति की मशाल जलाई गई। इस युद्ध में भारत की विजय हुई और बांग्लादेश अस्तित्व में आया। इसका उद्घाटन तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 26 जनवरी 1972 को किया था।