नई दिल्ली: उत्तराखंड के हरिद्वार में धर्म संसद के दौरान अल्पसंख्यकों के खिलाफ अभद्र भाषा बोलने वाले तथाकथित संतों के साथ एक पुलिस अधिकारी का वीडियो वायरल हो रहा है। वीडियो में एक पुलिस अधिकारी हिंदुत्व नेताओं के साथ मुस्कुराता हुआ दिख रहा है। इस धर्म संसद के खिलाफ देशभर में काफी गुस्सा और आक्रोश है और सुप्रीम कोर्ट के कई वकीलों ने इसके खिलाफ मुख्य न्यायाधीश को पत्र भी लिखा है.
NDTV के मुताबिक धर्म संसद में शामिल होने वाले पांच लोग हरिद्वार थाने पहुंचे थे और पांच मौलवियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराना चाहते थे. इन उग्र नेताओं ने पांच उलमा पर हिंदुओं के खिलाफ साजिश करने का आरोप लगाया। हालांकि पुलिस ने कहा कि मौलवियों के खिलाफ कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
Annapurna: Show us that you're not biased.
Narsinghanand: He is biased and our side.
All (including the police officer) burst into laughter. The joke is this country and its rule of law. pic.twitter.com/kKMKUND8ym
— Alishan Jafri (@alishan_jafri) December 28, 2021
वीडियो में दिख रहे पुलिस अधिकारी का नाम राकेश कथीट है और इस वीडियो में हिंदू रक्षा सेना के अभद्र भाषा बोलने वाले यति नरसिंहानंद, गांधी की तस्वीर पर गोली चलाने वाले पूजा शकुन पांडे, आनंद सोरूप और वसीम रिज़वी उर्फ जीतेन्द्र नारायण त्यागी भी दिखाई दे रहा है। उत्तराखंड पुलिस ने इनमें से तीन के खिलाफ हरिद्वार में भड़काऊ भाषण देने का मामला दर्ज किया है।
वीडियो में पूजा शकुन पांडे पुलिस अफसर की ओर इशारा करते हुए कहती हैं, ”एक मैसेज होना चाहिए कि आप पक्षपाती नहीं हैं. आप एक प्रशासनिक अधिकारी हैं और सभी के बराबर हैं। हम आपसे यही उम्मीद करते हैं और आप हमेशा खुश रहें। यति नरसिंहानंद उसके बगल में खड़े होकर कहता है लड़का हमारी तरफ होगा सभी लोग हंसने लगते हैं। जबकि पुलिस अफसर भी मुस्कुरा कर हां में सिर हिला देता है.