नई दिल्ली: बॉलीवुड एक्ट्रेस ऐश्वर्या राय बच्चन फेमा उल्लंघन के मामले के संबंध में पनामा पेपर लीक मामले की जांच में शामिल होने के लिए ईडी कार्यालय पहुंचीं। ईडी के एक शीर्ष अधिकारी ने उनके बयान दर्ज करने के लिए जांच में शामिल होने की पुष्टि की।
उन्होंने कहा कि जांच में शामिल होने के लिए एक्ट्रेस को तीन बार तलब किया गया था। यह तीसरा समन था जो उन्हें मिला है। ईडी के एक अधिकारी ने कहा, “हमने उन्हें 20 दिसंबर के लिए बुलाया था। समन उनके मुंबई स्थित आवास पर भेजा गया था। समन का पालन करते हुए वह जांच में शामिल हुईं।
यह पहली बार नहीं है जब उन्हें तलब किया गया है। इससे पहले उन्हें दो मौकों पर तलब किया गया था। हालांकि, वह जांच में शामिल नहीं हुईं। इससे पहले नौ नवंबर को उन्हे मामले में गवाही दर्ज कराने के लिए तलब किया गया था, लेकिन वह नहीं आईं।
ईडी ने फेमा के तहत मामला तब दर्ज किया था, जब पनामा पेपर्स से पता चला था कि कैसे करों से बचने के लिए कंपनियों को ऑफशोर आइसलैंड में स्थापित किया गया था। मामले में ऐश्वर्या राय और अन्य को नामजद किया गया है।
खबरों के मुताबिक, ईडी ने ऐश्वर्या राय से पूछा कि एमिक पार्टनर्स 2005 में ब्रिटिश वर्जिन आइलैंड्स में निगमित और पंजीकृत कंपनी थी। इस कंपनी के साथ उनका क्या संबंध है? क्या वह उस कानूनी फर्म के बारे में जानती हैं जहां मोसैक फोन्सेका ने कंपनी को पंजीकृत किया था?
इस कंपनी के निदेशकों में ऐश्वर्या, उनके पिता कृष्णाराज राय, मां वृंदा राय और भाई आदित्य राय शामिल हैं और इसके बारे में भी ऐश्वर्या से पूछा गया।
इसके अलावा, ऐश्वर्या से ये भी जानने की कोशिश की गई कि जून 2005 में उनके स्टेटस को शेयरहोल्डर के रूप में क्यों बदला गया? वहीं, 2008 में कंपनी को निष्क्रिय करने की वजह से लेकर लेनदेन में आरबीआई की अनुमति तक से जुड़े सवाल ऐश्वर्या से पूछे गए।
Delhi | Aishwarya Rai Bachchan appears before the Enforcement Directorate in the Panama Papers case
(file photo) pic.twitter.com/LjpXyN0Ivp
— ANI (@ANI) December 20, 2021