जम्मू कश्मीर में आतंकी हमला, दो जवान शहीद

Jammu

नई दिल्ली: (फरहीन सैफी) कश्मीर से 370 हटाने के बावजूद वहां पर आतंकी हमलो का सिलसिला बन्द नही हुआ है। अगस्त 2019 में कश्मीर से 370 आर्टिकल और उसका विशेषाधिकार का दर्जा हटाते हुए मोदी सरकार ने दावा किया था कि इससे आतंकी हमलों में कमी आएगी और पाकिस्तान अपनी साजिशो में नाकाम रहेगा और वहां अमन व शांति आएगी लेकिन आतंकी हमलों का सिलसिला और ज्यादा बढ़ गया है।

ताजा मामला कश्मीर की राजधानी श्रीनगर में सामने आया जहा आज हमारी फ़ौज़ पर हमला हुआ है। श्रीनगर के बेहद किलाबंद इलाके में सोमवार को एक पुलिस बस पर आतंकवादियों ने हमला कर दिया. इस घटना में दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई और 12 अन्य घायल हो गए, जिनमें से कुछ की हालत गंभीर है। पुलिस ने बताया कि हमला जैश-ए-मोहम्मद की एक शाखा द्वारा किया गया है।

पुलिस की ओर से दी गई जानकारी में बताया गया है की शुरुआती जांच से पता चला है कि तीन चरमपंथियों ने एक पुलिस वाहन पर अंधाधुंध गोलियां चलाईं। इस वाहन में 9वीं बटालियान के पुलिस जवान थे।हमला श्रीनगर में ज़ेवन पांथा चौक के करीब हुआ।

प्रधानमंत्री कार्यालय ने ट्विटर पर जानकारी दी कि “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस चरमपंथी हमले से जुड़ी जानकारी मांगी है। उन्होंने इस हमले में मारे गए सुरक्षाकर्मियों के परिवार वालों के प्रति संवेदना ज़ाहिर की है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी ट्वीट करके मारे गए पुलिसकर्मियों के परिवार वालों के लिए संवेदना प्रकट की है।

जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी ट्वीट कर कहा कि-श्रीनगर में हुए हमले के बारे में सुनकर काफी दुख हुआ जिसमें दो पुलिसकर्मियों की मौत हो गई. भारत सरकार के कश्मीर में सब सामान्य बताने के झूठे दावे का सच सामने है। परिवारों के प्रति मेरी संवेदनाएं हैं।

पुलिस अधिकारियों ने बताया कि सोमवार शाम पंथा चौक क्षेत्र के जेवान में 25 पुलिसकर्मियों को ले जा रही बस पर आतंवादियों ने गोलीबारी की। अधिकारियों ने बताया कि हमले में जम्मू कश्मीर सशस्त्र पुलिस की नौवीं बटालियन के कम से कम 14 पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें विभिन्न अस्पतालों में ले जाया गया और इनमें से दो की मौत हो गई।

जान गंवाने वालों में सशस्त्र पुलिस का एक सहायक उप-निरीक्षक भी शामिल है। कश्मीर के पुलिस आईजीपी विजय कुमार ने बताया कि इस हमले में दो से तीन आतंकवादी शामिल थे और अंधेरे का फायदा उठाकर वे फरार हो गए।

कश्मीर से 370 हटाने के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय द्वारा संसद में उपलब्ध कराए गए आंकड़ों से पता चलता है कि पांच अगस्त 2019 के बाद से जम्मू एवं कश्मीर में हर महीने आतंकी हमले में औसतन 3.2 प्रतिशत मौतें हुई हैं जबकि इसके पहले तक हर महीने 2.8 प्रतिशत मौतें होती थीं।

इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में पांच अगस्त 2019 के बाद से हर महीने आतंकी हमले में मारे गए सैन्यकर्मियों की संख्या 1.7 प्रतिशत रही जबकि उससे पांच साल पहले यह संख्या 2.8 प्रतिशत थी

मई 2014 और पांच अगस्त 2019 के बीच आतंकी हमलों में जम्मू कश्मीर में 177 नागरिक मारे गए थे जबकि 2019 के बाद नवंबर 2021 तक 87 नागरिकों की मौत हुई थी। इनमें से 40 से अधिक की मौत अकेले इसी साल हुई है।

जम्मू एवं कश्मीर में 2019 में 255 आतंकी घटनाएं हुई थीं जबकि 2020 में 244 घटनाएं हुईं। इस साल यह आंकड़ा अभी तक 200 पार कर चुका है।

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