नई दिल्ली, कर्नाटक के कोलार में अपने घर मे पूजा कर है ईसाई धर्म के लोगों पर हमले की खबर सामने आई है। जिसमें कुछ हिंदू संगठन के लोगों ने ईसाई धर्मग्रंथ को यह कहकर जला दिया की वह धर्म परिवर्तन करवा रहे थे।
इस घटना के बाद से तनाव का माहौल हो गया है। अल्पसंख्यकों पर पिछले एक साल में यह 38वां हमला है। वहीं, दक्षिणपंथी संगठनों ने सफाई दी है कि चर्च के लोग धर्मांतरण करवा रहे हैं।
बताया जा रहा है कि पुस्तकों को उस वक्त जलाया गया, जब ईसाई समुदाय के लोग कथित तौर पर घर-घर जाकर उपदेश का मिशन चला रहे थे। पुलिस ने अब तक इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
बताया जा रहा है कि पुस्तकों को उस वक्त जलाया गया, जब ईसाई समुदाय के लोग कथित तौर पर घर-घर जाकर उपदेश का मिशन चला रहे थे। पुलिस ने अब तक इस सिलसिले में किसी को गिरफ्तार नहीं किया है।
खबरों में बताया गया है कि ईसाई समुदाय के प्रतिनिधि जब घर-घर जाकर उपदेश का मिशन चला रहे थे, तब दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने उन्हें रोका। ईसाई प्रतिनिधियों से कुछ सवाल-जवाब भी किये। बाद में दक्षिणपंथी संगठन के कार्यकर्ताओं ने उनके हाथों से बुकलेट छीनकर उन्हें जला दिया। इन कार्यकर्ताओं ने कहा है कि उन्होंने सिर्फ उनके हाथ से पुस्तकें छीनकर उन्हें जला दिया।
साथ ही यह भी कहा कि ईसाई समुदाय के किसी व्यक्ति के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं किया गया। उनके साथ मारपीट भी नहीं की गयी। हिंसा की कोई वारदात वहां पर नहीं हुई। हमने उन्हें नुकसान नहीं पहुंचाया। वे लोग हमारे पड़ोस में ये किताबें बांट रहे थे। ये लोग ईसाईयत का प्रचार कर रहे थे।बताया जाता है कि ईसाई समुदाय के सदस्यों ने दक्षिणपंथी संगठनों के साथ बातचीत कर मामले को हल कर लिया है।
कर्नाटक के कोलार में अपने घर मे पूजा कर रहे ईसाइयों पर हिंदुत्वादियों ने धर्म परिवर्तन का आरोप लगा उनकी धार्मिक पुस्तकों को जला दिया गया है,क्या आप अब भी यह कहने के लिए तैयार है कि लोकतंत्र में सभी को अपने-अपने मज़हबों की पूजा करने की पूरी आज़ादी है?
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) December 13, 2021