नई दिल्ली : (असरार अहमद ) फेसबुक ने बिना किसी आधिकारिक सूचना के मिल्लत टाइम्स का ऑफिशियल पेज सोमवार 13 दिसंबर 2021 को शाम 7:30 अपने यहाँ से डिलीट कर दिया है जिसकी जानकारी मिल्लत टाइम्स के ट्वीटर हैंडल से दी गई। “फेसबुक ने Millat Times का पेज अपने यहां से डिलीट कर दिया है। पेज पर 1 मिलियन से ज़्यादा फॉलोवर्स थे और इसके करोड़ों दर्शक थे जिसको कंपनी ने बगै़र किसी नोटिफिकेशन के अपने यहां से डिलीट कर दिया है। आईटी एक्सपर्ट के मुताबिक पेज के ख़िलाफ़ रिपोर्ट किया गया जिसकी वजह से ऐसा हुआ है।Facebook से हमारी डिमांड है कि इस पेज को रिस्टोर किया जाए क्योंकि यहां हक़ीक़त और सच्चाई पर आधारित वीडियोज और न्यूज़ पोस्ट की जातीं थीं। ”
फेसबुक ने Millat Times का पेज अपने यहां से डिलीट कर दिया है। पेज पर 1 मिलियन से ज़्यादा फॉलोवर्स थे और इसके करोड़ों दर्शक थे जिसको कंपनी ने बगै़र किसी नोटिफिकेशन के अपने यहां से डिलीट कर दिया है। आईटी एक्सपर्ट के मुताबिक पेज के ख़िलाफ़ रिपोर्ट किया गया जिसकी वजह से ऐसा हुआ है। pic.twitter.com/qD5bfG6aDg
— Millat Times (@Millat_Times) December 13, 2021
गौरतलब है कि मिल्लत टाइम्स के मिलियन से भी अधिक फॉलोवर्स और करोड़ों में इसके दर्शक थे। मिल्लत टाइम्स एक ऑनलाइन न्यूज़ चैनल है इसका मानना है कि कभी भी किसी प्रकार से फेसबुक के नियमों का उल्लंघन नहीं किया है।
मिल्लत टाइम्स के चीफ एडिटर शम्स तबरेज़ क़ासमी ने भी ट्वीट किया ” फेसबुक ने मिल्लत टाइम्स का ऑफिशियल पेज अपने यहाँ से बगैर किसी सूचना के डिलीट कर दिया है। उन्होंने ने कहा कि मिल्लत टाइम्स के मिलियन से भी ज़्यादा फॉलोवर्स थे और करोड़ों में इसके दर्शक थे। उन्होंने मेटा इंडिया से अपील भी की वह दोबारा मिल्लत टाइम्स के पेज को बहाल करे। ”
#Facebook ने @Millat_Times का ऑफिशियल पेज अपने यहां से बग़ैर किसी सूचना के डिलीट कर दिया है। 1 मिलियन से ज़्यादा फ्लावर्स थे और करोड़ों में इसके दर्शक थे। @Meta @metaindia से रिक्वेस्ट है कि वह @Millat_Times के पेज को दोबारा बहाल करे. #RestoreMillatTimesPage
— Shams Tabrez Qasmi (@ShamsTabrezQ) December 13, 2021
फेसबुक पेज पर सबसे अंतिम पोस्ट डिबेट “देश के साथ ” का पोस्टर शेयर किया गया था इस डिबेट का विषय था “मुसलमानों के नमाज़ पढ़ने पर पाबंदी,दुसरे धर्म के लोगों को परमीशन। लोकतांत्रिक भारत में यह दो कानून क्यों ? ”
यह Titel और पोस्टर Share करने के बाद ही @Millat_Times के #Facebook Page डिलीट होने का नोटिफिकेशन आ गया………
Desh Ke Sath| मुसलमानों के नमाज़ पढ़ने पर पाबंदी, दूसरे धर्म के लोगों को कुछ करने की परमिशन। लोकतांत्रिक भारत में यह दो क़ानून क्यों? pic.twitter.com/LvfM8tcv1M— Millat Times (@Millat_Times) December 14, 2021
इसके बाद से पेज नहीं दिख रहा है।
आपको बता दें कि मिल्लत टाइम्स कि शुरुआत 2016 में हुई थी अभी मिल्लत टाइम्स चार भाषाओं (उर्दू ,हिंदी ,इंग्लिश ,बांग्ला ) में अपने यहाँ ख़बर प्रकाशित करता है। सबकी वेबसाइट ,यूट्यूब ,फेसबुक पेज ,ट्विटर हैंडल है। मिल्लत टाइम्स के एक यूट्यूब चैनल पर 9 लाख के करीब सब्सक्राइबर हैं ,मिल्लत टाइम का मोबाइल ऍप भी है। मिल्लत टाइम्स उन ख़बरों को दिखाता है जिसको मेन स्ट्रीम मीडिया महत्त्व नहीं देता।
लेकिन सोमवार शाम फेसबुक ने यह कार्रवाई करके सबको चौंका दिया है ,कई लोग सोशल मीडिया के अलग प्लेटफॉर्म पर फेसबुक और मेटा इंडिया से अपील कर रहे हैं कि मिल्लत टाइम्स के पेज को फिर से बहाल किया जाए।