नई दिल्ली : (रुखसार अहमद) यूपी के कानपुर देहात से पुलिस की बर्बरता का एक वीडियो सामने आया है। जिसमें बच्चे को गोद में लिए एक शख्स पर अकबरपुर कोतवाल वीके मिश्रा जमकर लाठी बरसाते दिख रहे है।
शख्स की गोद में उसका 3 साल का मासूम भी है। वह बार-बार पुलिस से गुहार लगा रहा है कि बच्चे को लग जाएगी लेकिन पुलिस मानने को तैयार नहीं। इस मामले में डीजीपी मुकुल गोयल ने संज्ञान लिया है। पिटाई करने वाले इंस्पेक्टर को सस्पेंड कर दिया गया है।
वीडियो में देखा जा सकता है कि इंस्पेक्टर ने न सिर्फ लाठियों से हमला किया, बल्कि उसके बच्चे को भी छीनने की कोशिश की। वीडियो में युवक बच्चे को लग जाएगी, मत मारिए, कहते हुए सुनाई दे रहा है।
वहीं इंस्पेक्टर सहित कई पुलिसकर्मी उसका पीछा करते हैं और कुछ अधिकारी बच्चे को जबरदस्ती उससे दूर खींचने की कोशिश करते हैं। इस दौरान युवक कह रहा है कि यह उसका बच्चा है और इसकी मां भी नहीं है। बच्चा रोने लगता है लेकिन पुलिस को उसपर कोई तरस नहीं आता है।
पुलिस का दावा है कि इस शख्स ने एक इंस्पेक्टर के हाथ पर काट लिया था। वीडियो वायरल होने के बाद अकबरपुर इंस्पेक्टर को लाइन हाजिर किया गया था, बाद में एडीजी जोन भानु भास्कर ने इंस्पेक्टर को सस्पेंड किर दिया।
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके।
यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े,यह बहुत कष्टदायक है।भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है।
सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो,पुलिस का नहीं। pic.twitter.com/xoseGpWzZH
— Varun Gandhi (@varungandhi80) December 10, 2021
वहीं इस मामले में भाजपा सांसद वरुण गांधी ने ट्वीट कर सवाल उठाए हैं। सांसद वरुण गांधी ने कहा है कि सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कमजोर से कमजोर व्यक्ति को न्याय मिल सके।
यह नहीं कि न्याय मांगने वालों को न्याय के स्थान पर इस बर्बरता का सामना करना पड़े, यह बहुत कष्टदायक है। भयभीत समाज कानून के राज का उदाहरण नहीं है। सशक्त कानून व्यवस्था वो है जहां कानून का भय हो, पुलिस का नहीं।