नई दिल्ली: पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को कहा कि यह अपमानजनक है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अब हैदरपोरा मुठभेड़ में मारे गए नागरिकों के रिश्तेदारों को शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन करने की अनुमति नहीं दी गई।
उमर अब्दुल्ला ने ट्विट करके कहा कि जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा को परिवारों तक पहुंचना चाहिए और उन्हें सोमवार को मुठभेड़ में मारे गए उनके परिजनों के शव सौंप देना चाहिए।
This is the naya Kashmir of 2021. This is how the J&K police fulfils @PMOIndia promise to remove “dil ki doori & Dilli se doori. It’s outrageous that the J&K administration did not allow the families to conduct a peaceful sit in protest. https://t.co/e5zss2R0cI
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 18, 2021
उमर ने ट्वीट किया, “यह 2021 का नया कश्मीर है। इस तरह से जम्मू-कश्मीर पुलिस एटदरएट पीएमओ इंडिया ‘दिल की दूरी और दिल्ली से दूरी’ को हटाने के वादे को पूरा करती है। यह अपमानजनक है कि जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने परिवारों को विरोध में शांतिपूर्ण धरना देने की अनुमति नहीं दी।
उन्होंने कहा, “मैंने शायद ही कभी ऐसे परिवारों को देखा है, जिनके साथ अन्याय हुआ है, वे इतनी गरिमा के साथ खुद का आचरण करते हैं। वे अपनी मांगों में उचित हैं। इसका परिणाम सभी को दिखाई दे रहा है क्योंकि पुलिस उन्हें रात के अंधेरे में घसीटती है।”