नई दिल्ली:(रुखसार अहमद) एक तरफ बीजेपी सरकार महिलाओं के लिए कहती की यूपी में सुरक्षित है। गृह मंत्री अमित शाह ने सभा को संबोधित करते हुए कहा था कि आज 16 साल की बच्ची भी यूपी में गहने लेकर रात 12 बजे भी सड़कों पर चल सकती है। लेकिन असल में सच्चाई कुछ और ही है।
अमित शाह के इस बयान की लुटेरों ने दो घंटे में ही पोल खोल दी है। जौनपुर में एक महिला आवास के लिए स्वीकृत 18 हजार रूपये बैंक से निकाल कर ला रही थी, इसी दौरान बाइक सवार बदमाश महिला से पैसा लूट फरार हो गए। अब ताजा मामला यूपी के अयोध्या का है। जहां PNB बैंक की असिस्टेंट मैनेजर श्रद्धा गुप्ता ने आत्महत्या कर ली।
शनिवार को उसका शव कमरे में में फांसी के फंदे पर लटका मिला। मृतका श्रद्धा पंजाब नेशनल बैंक (PNB) की मुख्य शाखा ख्वासपुरा में असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर तैनात थीं। श्रद्धा ने सुसाइड करने से पहले एक सुसाइड नोट भी लिखा, जिसमें उन्होंने IPS अधिकारी समेत 3 लोगों को जिम्मेदार ठहराया।
बता दें श्रद्धा लखनऊ के गोमतीनगर की रहने वाली है। बीते करीब 6 साल से उनकी तैनाती अयोध्या में हुई थी। PNB ब्रांच में उन्होंने क्लर्क के तौर पर साल 2015 में ज्वाइन किया था। फिर उनका प्रमोशन हुआ और श्रद्धा की तैनाती बछड़ा सुलतानपुर के बैंक में असिस्टेंट मैनेजर के तौर पर हुई।
श्रद्धा यहां अयोध्या में किराए का कमरा लेकर रह रही थीं। उन्होंने बैंक के सामने ही बिल्डिंग में रह रही थीं। शनिवार को उसी घर में श्रद्धा का शव लटका हुआ मिला। जानकारी के अनुसार 2 दिनों से उनके घर का दरवाजा बंद था। जब मकान मालिक को इसकी सूचना दी। जिसके बाद पुलिस को भी इसके बारे में जानकारी दी गई। सूचना मिलते ही एएसपी शैलेश पांडेय घटनास्थल पर पहुंचे।
कमरे की तलाशी ली गई, तो वहां से एक सुसाइड नोट भी बरामद हुआ। इस सुसाइड नोट में श्रद्धा ने तीन लोगों का नाम लिखे। नोट में जिन तीन लोगों के नाम लिखे गए, उसमें से दो काफी चौंकाने वाले थे। नोट में लिखा था- ‘पापा, मम्मी…मेरी सुसाइड की वजह विवेक गुप्ता, आशीष तिवारी (SSF हेड लखनऊ) और अनिल रावत (पुलिस फैजाबाद) ये तीन हैं। I am Sorry For This।’ बता दें कि विवेक गुप्ता वो शख्स हैं, जिनकी पहले श्रद्धा के साथ शादी फिक्स हुई थी, लेकिन बाद में टूट गई थी। पुलिस ने विवेक को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी है। नोट में दूसरा नाम आशीष तिवारी का है, जो SSF हेड हैं। वहीं तीसरा नाम फैजाबाद पुलिस के अनिल रावत का है।
श्रद्धा के परिवारवालों के अनुसार उनको विवेक के बारे में तो पता है, लेकिन बाद दोनों के बारे में नहीं। हालांकि श्रद्धा के चचेरे भाई दीप के मुताबिक तीनों दोस्त हैं और वो मिलकर श्रद्धा को परेशान कर रहे थे, जिसके चलते उन्होंने सुसाइड जैसा कदम उठाने को मजबूर हो होना पड़ा। घटनास्थल पर पहुंचकर पुलिस के बड़े अफसरों ने गहनता से जांच की। फॉरेंसिक टीम ने भी वहां पहुंचकर जांच पड़ताल की। अयोध्या के एसएसपी का कहना है कि श्रद्धा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद ही मौत की वजह पूरी तरह से साफ हो पाएगी।. Read more at