नई दिल्ली: त्रिपुरा में विश्व हिंदू परिषद द्वारा लगभग दो सप्ताह से मुसलमानों के खिलाफ नफरत भरे हमले चल रहे हैं, जिसमें लगभग दो दर्जन मस्जिदों में तोड़फोड़ की गई, दर्जनों घरों और दुकानों में आग लगा दी गई और महिलाओं पर शारीरिक हमला किया गया।
ये बयान पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के बिहार प्रदेश उपाध्यक्ष रियाज़ मोआरीफ ने दरभंगा में फ्रंट की ओर से धरना में दिया। उन्होंने कहा कि मुस्लिम विरोधी लगातार और खुली रैलियों से संकेत मिलता है कि ये हमले सरकार के इशारे पर किए जा रहे हैं। सरकार जो संघ परिवार की नापाक योजना का हिस्सा है।
उन्होंने प्रशासन से इन हमलों और रैलियों को तुरंत रोकने की मांग की है। इस मौके पर फ्रंट के स्टेट सचिव महबूब आलम रहमानी साहिब ने राष्ट्रीय संगठनों और विपक्षी दलों की चुप्पी पर दुख जताते हुए कहा कि वर्तमान सरकार की मंशा देश की लोकतांत्रिक व्यवस्था को पूरी तरह नष्ट करना है।
महबूब आलम ने कहा यह सभी लोकतांत्रिक राजनीतिक और सामाजिक संगठनों और लोगों पर निर्भर है कि वे सभी हितों से ऊपर उठकर एक मजबूत और निरंतर लड़ाई लड़ने के लिए मैदान में आएं। उन्होंने कहा कि हमारी तंजीम त्रिपुरा मुद्दे पर पहले दिन से ही प्रशासन, सरकार और राष्ट्रीय और राजनीतिक दलों को जगाने का प्रयास कर रही है और आज फ्रंट बिहार के अधिकांश जिलों सहित देश के विभिन्न प्रांतों में सैकड़ों स्थानों पर विरोध रैलियों और धरने का आयोजन कर रही है।
उन्होंने कहा कि पॉपुलर फ्रंट केवल आंदोलन तक ही सीमित नहीं है बल्कि हम इस देश के लोकतांत्रिक संविधान की रक्षा के लिए और देश में पूर्ण न्याय और सुरक्षा स्थापित करने के लिए लगातार पूरी ताकत से लड़ रहे हैं। जिसमें हम सभी लोकतांत्रिक दलों और व्यक्तियों को एक साथ आने के लिए आमंत्रित करते हैं।
ताकि अशफाकउल्लाह खां और राम प्रसाद बिस्माल के इस खूबसूरत लॉन की रक्षा हो सके धरने में एसडीपीआई पार्टी के जिला अध्यक्ष जफर करीम साहिब व कैंपस फ्रंट ऑफ इंडिया के एक्टिविस्ट इफ्तेखार आलम समेत सैकड़ों लोग मौजूद थे।