नई दिल्ली : (रुखसार अहमद) लखनऊ के काकोरी से एक 13 साल के मासूम बच्चे को पेड़ से बांधकर पिटने का मामला सामने आया है। बच्चे पर कुछ लोगों ने आरोप लगया है की वह चूरन के नोट से सामान लेने आया था। जिसके बाद दुकानदार ने बच्चे को पकड़ लिया और पेड़ से बांध दिया।
इतना ही नहीं कुछ लोगों ने उसकी वीडियो भी बनाई, जो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है। जिसमें आप देख सकते है की कैसे बच्चे को पेड़ से बांधकर पीटा जा रहा है। हालांकि, जानकारी मिलने के बाद पुलिस ने शांति समेत चार लोगों को हिरासत में ले लिया। शांती का आरोप है कि बच्चे ने 200 रुपये का चूरन वाला नकली नोट देकर 65 रुपये का बिस्कुट, चाकलेट और कुछ अन्य सामान खरीदा था।
उधर, घटना के बाद से बच्चा लापता है, पुलिस उसकी तलाश कर रही है। दुकानदार शांति का कहना है की उनके पति राम किशोर की मानसिक स्थिति ठीक नहीं है। सुबह जब वह घर का काम करती हैं तो वह दुकान पर बैठते हैं। शांति ने बताया कि इस बीच बीते तीन-चार दिनों से यह लड़का आ रहा था।
लखनऊ के काकोरी में एक नाबालिग़ बच्ची को पेड़ से बांधकर पीटा जा रहा है,चूरन वाले नोट से दुकान से सामान खरीदने गई बच्ची को पकड़ा और पेड़ से बांध दिया गया,इस भीड़ में किसी को कोई इंसान दिखाई दे रहा है?यदि दिखाई दे रहा है तो इस बच्ची को क्यो नही बचा रहा? pic.twitter.com/2Q2cMkDvoU
— Zakir Ali Tyagi (@ZakirAliTyagi) October 22, 2021
कभी 50 तो कभी 100 रुपये का नकली नोट देकर पति से सामान ले जाता था। जब वह दुकान पर आतीं तो गुल्लक चेक करने पर उन्हें इसकी जानकारी होती। पूछताछ करने पर पति ठीक से बता नहीं पाते थे कि कौन यह नकली रुपये से सामान ले जाता है। पति को लड़के पर ही आशंका हुई। शांति ने बताया कि शुक्रवार सुबह इसकी पड़ताल के लिए वह गुमटी के पीछे खड़ी हो गईं। कुछ देर बाद लड़का आया उसने 200 रुपये का नोट दिया। सिगरेट, बिस्कुट और चाकलेट ली।
65 रुपये हुए पति बाकी के 135 रुपये वापस कर रहे थे। तभी उसे पकड़ लिया गया। नोट देखा तो वह नकली चूरन वाला था। बच्चे को डांटा गया तो आस पड़ोस के लोग आ गए। उन्होंने पकड़ा और पेड़ से बांध कर वीडियो बना लिया। वहीं कुछ लोगों को कहना है कि बच्चे को पहले पीटा था फिर वीडियो बनाया।
कुछ देर बाद बच्चे को छोड़ दिया गया। बच्चे से उसके बारे में पूछा गया तो कहा कि उसके माता पिता नहीं है। पर उसने अपना नाम पर पता नहीं बताया था। फिर छोड़ दिया गया था। इस घटना के बाद से बच्चा लापता बताया जा रहा है। सवाल यह है की अगर बच्चे ने नकली नोट देकर सामान खरीदा भी यह तो उसे इल इस तरीके की अमानवीय सजा नहीं दी जा सकती।