नई दिल्ली: झारखंड के गुमला जिले में दशहरे के दिन मेले से लौट रही दो नाबलिग आदिवासी बहनों से सामूहिक बलात्कार किया गया। इस मामले में पुलिस ने 10 में सात अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
गुमला के पुलिस अधीक्षक एहतेशाम वकारिब ने को गिरफ्तारियों की सूचना देते हुए बताया कि 15 अक्टूबर को दशहरे के मेले से लौट रहीं दोनों नाबालिग चचेरी बहनों से बलात्कार करने के आरोपी बचे सात व्यक्तियों को पुलिस ने जिले के विभिन्न क्षेत्रों में छापेमारी में पकड़ लिया है और अदालत में पेश कर जेल भेज दिया गया।
उन्होंने बताया कि गुरदरी थाना क्षेत्र के इस मामले से जुड़े दो नामजद आरोपियों (संदीप उरांव व राजेश उरांव) को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी, जबकि एक आरोपी ने आत्महत्या कर ली।
पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में कुल 10 आरोपी थे. मंगलवार को गिरफ्तार सातों आरोपियों की पहचान सन्नी देवल भगत (20 वर्ष), धर्मचंद भगत (26 वर्ष), सतीश भगत (21 वर्ष), सोमेश्वर भगत (22 वर्ष), अर्जुन उरांव (22 वर्ष), संजय उरांव (25 वर्ष) और महेश उरांव (19 वर्ष) के रूप में की गई है।
उन्होंने बताया कि सभी के खिलाफ बलात्कार से जुड़ी भारतीय दंड संहिता की धारा 376 डीए, जान से मारने की कोशिश की धारा 307/509 एवं पोक्सो अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दें 15 अक्टूबर की रात दशहरे के मेले से लौटने के दौरान तीन मोटरसाइकिल सवार दस आरोपियों ने इनके 20 साल के भाई को मारपीट कर भगा दिया था तथा दोनों नाबालिग बहनों को अगवा कर जंगल में ले जाकर उनसे बारी-बारी से सामूहिक रेप किया गया।
समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, गुमला के वरिष्ठ पुलिस अधिकारी एहतेशाम वकारिब ने बताया कि आरोपियों ने मेले से लौटने के दौरान उन्हें रोका और लड़कियों पर भद्दी-भद्दी टिप्पणियां कीं। इसका विरोध करने पर आरोपी ने भाई के साथ मारपीट करनी शुरु कर दी। हालांकि, वह खुद को छुड़ाने में कामयाब रहा और मदद के लिए अपने गांव पहुंचा।
उन्होंने बताया कि फिर आरोपियों ने दोनों लड़कियों को पीटा, उन्हें पास के दूसरे स्थान पर ले गए और फिर उनके साथ बलात्कार किया। लड़कियां दो आरोपियों की पहचान कर सकी थीं, जिन्हें गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।