नई दिल्ली : मध्य पूर्वी देशों के लोगों में असम के अतिक्रमण के खिलाफ अभियान के दौरान मुसलमानों के साथ असम पुलिस द्वारा बर्बरता से पेश को गंभीरता से लिया गया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर भारतीय उत्पादों के बहिष्कार के लिए एक अभियान भी चलाया है।
पुलिस की गोलीबारी में मारे गए मुस्लिमों की लाश पर एक फोटोग्राफर द्वारा कूदने की घटना ने तमाम मुस्लिम देशों को भी सोचने के लिए मजबूर कर दिया। भारतीय मुसलमानो पर बढ़ते जुल्म को देखते हुए कुवैत की संसद ने निंदा प्रस्ताव पास किया हैं। तथा भारतीय मुसलमानो के विरूद्ध हो रहीं हिंसा पर गहरा दुख जताया है।
قناة bbc باللغة الهندية : الجماعات الجهادية تستهدف الهند بسبب حادثة آسام !
بلوك لهذه القناة الساقطة أخلاقيا وإعلاميا. https://t.co/dHsmZkX5k5
— عبدالرحمن النصار (@alnassar_kw) September 29, 2021
असम की घटना के विरोध में मुस्लिम देशों के नागरिकों ने भारतीय प्रॉडक्ट को बहिष्कार करने के लिए सोशल मीडिया पर एक बहुत बड़ी मुहिम भी चलाई हैं।
منتجات هندية، وشركات تُنتج بالهند.. قاطعوها نصرةً لإخوانكم .#مقاطعة_المنتجات_الهندية pic.twitter.com/8sSUxAuxNm
— تركي الشلهوب (@TurkiShalhoub) September 28, 2021
कुवैत के सांसद शुएब अल-मुवाइजरी ने भारतीय प्रॉडक्ट के बहिष्कार का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि “मुस्लिम पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के खिलाफ भारत में हो रहीं हिंसा के विरोध में भारत और उसके प्रॉडक्ट का बहिष्कार करना एक कानूनी कर्तव्य है। अरब देशों में सोशल मीडिया पर खुलकर भारत का विरोध हो रहा हैं तथा “India kills Muslims” ट्रेंड कर रहा हैं।
सोशल मीडिया एक्टिविस्ट अल मुतेरी के कहना हैं कि “इस्लामिक देशों को भारत के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए एक साथ आना चाहिए। उन्होंने कहा, “भारत में मुसलमानों के साथ जो हो रहा है, उसके बारे में लगातार खबरें आती हैं। इस्लामिक दुनिया के सभी देशों और मानवाधिकारों का समर्थन करने का दावा करने वाले सभी लोगों को अब कार्रवाई करनी चाहिए है।”