नई दिल्ली(डॉ आमना) इंडियन मुस्लिम फॉर प्रोग्रेस ऐंड रिफॉर्म्स द्वारा गांधी जयंती के अवसर पर विशेष व्याख्यान आयोजित किया जिसमे प्रसिद्ध शिक्षाविद, लेखक और सामाजिक उद्यमी डॉ आमना मुख्य वक्ता रही। इस वेबिनार को मॉडरेट सैयद रिजवान ने किया और स्वागत प्रसताव खालिद अंसारी ने दिया।
कार्यकर्म में अपनी बात रखते हुए डॉ आमना सभी देशवासियों को महात्मा गांधी,लाल बहादुर शास्त्री जयंती और अंतर्राष्ट्रीय अहिंसा दिवस की बधाई दी। आमना ने कहा कि महात्मा गांधी के विचार हमेशा हम सब के लिए उपयोगी है । बापू के लिए सत्य और अहिंसा केवल एक दर्शन नहीं बल्कि जीवन जीने का तरीका था।
डॉ आमना ने विभिन्न शोध इनपुट्स जैसे हिंद स्वराज,यंग इंडिया में लेख, संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस की स्पीच आदि का उपयोग करते हुए समझाया कि जीवन की परस्पर प्रकृति, जिसमें आखरी पंक्ति में अंतिम व्यक्ति पर ध्यान केंद्रित किया गया गांधी जी की वोह सीख है जो हर समय, स्थान के लिए उपयोगी है। आमना ने इस बात पर जोर दिया कि गांधी जी को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा लेकिन उन्होंने आत्मा शक्ति, नैतिकता, अहिंसा, शांति, सत्य में विश्वास का दामन नहीं छोड़ा। आज इन आदर्शों पर फिर से संपर्पित होने की और उन्हें हर पल जीवित करना आवश्यक है।