नई दिल्ली : बैरिस्टर असदुद्दीन ओवैसी ने लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला को पत्र लिखकर कहा है कि उनकी जान को खतरा है। उन्होंने पत्र लिखकर कहा कि मेरी जान जा सकती है इसलिए मुझे सुरक्षा दी जाए और मेरी हिफाज़त यकीनी बनाई जाए। उन्होंने लिखा कि संविधान के अनुच्छेद 105 के तहत संसद सदस्यों को अभिव्यक्ति की पूर्ण स्वतंत्रता दी गई है और उन्हें अपनी स्वतंत्रता के अनुसार संसद में बोलने का अधिकार है।
लोकसभा अध्यक्ष और उनके कार्यालय की सुरक्षा के लिए संसद सदस्य जिम्मेदार होते हैं। मेरे घर पर हमला किया गया और कोई सुरक्षा प्रदान नहीं की गई। मेरे घर पर 21 सितंबर को हमला किया गया था जिसके बाद यह खतरा है कि मेरी मौत हो सकती है और मेरी सुरक्षा खतरे में है।
Wrote to @loksabhaspeaker seeking action against the vandalism of my residence & attack on my staff. pic.twitter.com/NC674kepPT
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) September 24, 2021
ऐसे में मुझे सुरक्षा प्रदान की जानी चाहिए। साथ ही सदन में हुई तोड़फोड़ की जांच संसद की विशेषाधिकार समिति को दिया जाना चाहिए। असदुद्दीन ओवैसी ने अपने पत्र में आगे लिखा कि एक सांसद के घर पर हमला दिखाता है कि अब कोई सुरक्षित नहीं है, इन लोगों ने पहली बार हमला नहीं किया है बल्कि चौथी बार हमला हुआ है।
पुलिस अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रही है। हमलावरों के पास हथियार भी थे, लेकिन पुलिस ने अभी तक उन पर आर्म्स एक्ट के तहत केस नहीं दर्ज किया है। इसलिए हम आपसे अपील कर रहे हैं कि अध्यक्ष महोदय, सीधे हस्तक्षेप करें, इस मामले की जांच करें, इससे संसद के अन्य सदस्यों की भी सुरक्षा सुनिश्चित होगी और उन्हें सुरक्षा का एहसास होगा।
बता दें मंगलवार 21 सितंबर को हिंदू सेना के कार्यकर्ताओं ने दिल्ली में अशोक रोड स्थित ओवैसी के आधिकारिक आवास के बाहर धरना दिया और फिर तोड़फोड़ की। प्रदर्शनकारियों ने ओवैसी के घर के बाहर एक सेमी-प्लेट, दीया और खिड़की के शीशे भी तोड़ दिए। हमले के समय ओवैसी घर पर नहीं थे। तोड़फोड़ की सूचना के बाद पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार किया।