गुंडागर्दी को एकजुट होकर रोकना जरुरी
मेराज़ आलम ब्यूरो रिपोर्ट
लुधियाना पंजाब , इंदौर में एक चूड़ी-कंगन बेचने वाले गरीब व्यक्ति को सिर्फ उसके धर्म की वजह से भीड़ तंत्र द्वारा पीटना शर्मनाक है, यह बात आज यहां लुधियाना जामा मस्जिद से नायब शाही इमाम मौलाना मुहम्मद उस्मान रहमानी लुधियानवी ने कही। नायब शाही इमाम ने कहा की देश में आए दिन बढ़ रहे मॉब लिंचिंग के मामले इंसानियत के लिए शर्म की बात है, भारत में कुछ शरारती लोगों की ओर से सस्ती शोहरत और समाज में नफरत फैलाने का शुरू किया गया यह ढंग विश्व भर में हमारे देश की छवि को खराब करने वाला है। नायब शाही इमाम ने कहा कि अगर व्यापार को धर्म से जोड़ दिया जाए तो समाज का ताना बाना टूट जायेगा, क्योंकि व्यापार से सिर्फ पैसा ही नहीं कमाया जाता बल्कि प्यारे संबंधों पर आधारित समाज भी बनता है जिसे यह कटरपंथी तोडऩा चाहते है। नायब शाही इमाम ने कहा की इस गुंडागर्दी को एक जुट होकर रोकना जरूरी है, इस लिए सभी धर्मों के लोगों को चाहिए कि वो सरकार को कहें की मॉब लिंचिंग पर सख्त कानून बने ताकि कोई भी समुदाय अपने रिहायशी इलाके में व्यापार करने आने वाले किसी गरीब को उसके धर्म के आधार पर मार ना सके। नायब शाही इमाम ने कहा की आज देश में धर्म के नाम पर राजनीति तो हो रही है लेकिन इसके नतीजे अच्छे नहीं आ रहे, विश्व के सब से बड़े लोकतंत्र को राजनीतिक का नाम लेकर बदनाम किया जा रहा है। उन्होने कहा की भीड़ तंत्र समझता है कि वो अन्य जातियों को डरा लेगा लेकिन ऐसा होने वाला नहीं है क्योंकि हमारे इस देश में किसी को भी गुंडागर्दी करने की इजाजत नहीं है। नायब शाही इमाम ने कहा की सस्ती लोकप्रियता कभी कामयाब नही होगी। हम सर्व धर्म के लोग शरारती तत्वों का हमेशा मुंह तोड़ जवाब देगें। नायब शाही इमाम ने कहा की इंदौर पुलिस की ओर से पहले मॉब लिंचिंग करने वालों के खिलाफ कारवाई और फिर पीडि़त के खिलाफ भी मामला दर्ज करना इस बात के संकेत हैं कि सरकार और पुलिस भी दंगाइयों की मदद कर रही है। नायब शाही इमाम ने कहा कि मजलूम की आवाज और खुदा में कोई पर्दा नहीं होता।