नई दिल्ली (मिल्लत टाइम्स ,Shayan Ashkar) जातीय जनगणना के मुद्दे को लेकर बिहार के सीएम नीतीश कुमार की अगुवाई में 10 दलों के 11 नेताओं ने पीएम मोदी से मुलाकात की। जिस में जेडीयू के ओर से बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ,राजद की ओर से तेजस्वी यादव, भाजपा के जनक राम , कांग्रेस के अजित शर्मा, हिन्दुस्तान आवाम मोर्चा के जीतन राम माझी , माकपा के अजय कुमार, भाकपा के सूरज कांत, वीआईपी के मुकेश सहनी , एआईएमआईएम से अख्तरुल इमान मौजूद थे। बिहार के सभी नेताओं की इस मुद्दे पर एक मत है। जाति जनगणना कराने को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इसका श्रेय तेजस्वी यादव को दिया । वही तेजस्वी यादव ने बिहार के मुख्यमंत्री का आभार व्यक्त किया , उन्होंने कहा की मुख्यमंत्री जी ने हमारी बात सुनी। सभी लोगों ने जाति आधारित जनगणना के पक्ष में अपनी बात रखी वही जाति आधारित जनगणना को लेकर एआई एमआईएम के बिहार अध्यक्ष अख्तरुल इमान ने भी प्रधानमंत्री मोदी से मुलाकात की। जब पत्रकारों ने अख्तरुल इमान से सवाल पूछा कि आपके पार्टी का स्टैंड क्या है इस मुद्दे को लेकर? तो उन्होंने कहा कि बिहार की सभी पार्टी इस बात पर सहमत है कि बिहार में जातीय जनगणना हो ताकि देश में बसने वाले हर एक वर्ग के लोगों का सामाजिक आर्थिक स्थिति का अंदाजा लगाया जा सके।
#जातिगत_जनगणना होनी चाहिए और हर धर्म के जाति/बिरादरी की गिनती होनी चाहिए।आज इसी बात की माँग रखने के लिए बिहार के कुल 11 नेताओं के प्रतिनिधिमंडल ने @PMOIndia से मुलाक़ात की।मजलिस के बिहार अध्यक्ष @akhtaruliman5 भी इस प्रतिनिधिमंडल के हिस्सा थे। pic.twitter.com/rkK7R9DxDb
— Asaduddin Owaisi (@asadowaisi) August 23, 2021
उन्होंने कहा की बिहार मे में जितने भी जाति है सब की जनगणना होनी चाहिए । जब तक जातीय जनगणना नहीं होती तब तक उस समूह की सच्चाई को नहीं जान सकते। अख्तरुल इमान ने कहा कि प्रधानमंत्री का नारा है सबका साथ सबका विकास यह तभी संभव हो पाएगा जब हमे पता चले की उस जाति की आर्थिक स्थिति कैसी है। सभी जाति का आंकड़ा ही हमारे पास नहीं होगा तब तक हम उसका समुचित विकास नहीं कर सकते।
अख्तरुल इमान ने कहा डॉक्टर बीमारी को जब तक सही से पकड़ नहीं लेता तब तक समुचित इलाज संभव नही है उसी प्रकार जब सभी जातियों के आर्थिक ,समाजिक स्तिथि का पता नहीं चलेगा तब तक हम उसका समुचित विकास नहीं कर सकते।
उन्होंने ने कहा की जब आप नौकरी के लिए जाते हैं तो आप से जाति पूछा जाता है जब आप टिकट के लिए जाते हैं तो आप से जाति पूछा जाता है तो आखिर दिक्कत किया है जाति जनगणना कराने में । जो लोग इसका विरोध कर रहे है इसका मतलब है वो समाज के पिछड़े वर्गो का भला नहीं चाहते।