तालिबान के आगे अफगान सरकार ने किया सरेंडर, राष्ट्रपति भवन में चल रही शांति से सत्ता सौंपने की तैयारी

तालिबान के आगे अफगान सरकार ने किया सरेंडर, राष्ट्रपति भवन में चल रही शांति से सत्ता सौंपने की तैयारी
नई दिल्ली: अफगानिस्तान को तालिबान ने अब पूरी तरह से अपने कब्जे में ले लिया हैं। तालिबानियों के रविवार को काबुल में दाखिल होते ही अफगान सरकार उनसे समझौता करने को तैयार हो गई। अफगानिस्तान के कार्यवाहक गृहमंत्री अब्दुल सत्तार मीरजकवाल ने कहा कि तालिबान काबुल पर हमला नहीं करने के लिए राजी हो गया है। इससे पहले तालिबान ने सभी बॉर्डर क्रासिंग को कब्जे में ले लिया है। वहीं अब तालिबान ने सत्ता परिवर्तन की मांग की है। तालिबान ने बयान जारी करते हुए कहा है की नागरिक को वो पूरी सुरक्षा देंगे। उन्हें किसी भी तरह का कोई नुकसान नहीं पहुंचएगें। तालिबान ने काबुल की बगराम जेल के बाद पुल-ए-चरखी जेल को भी तोड़ दिया है और करीब 5 हजार कैदियों की भी छोड़ा लिया है। पुल-ए-चरखी आफगानिस्तान की जेल सबसे बड़ी जेल हैं, जिसमें तालिबान के कई लड़ाके बंद थे। तालिबान ने अबतक काबुल के चार बाहरी इलाके-सारोबी, बगराम, पगमान और कारबग को अपने कब्जे में ले लिया है। काबुल के नागरिक बता रहे हैं कि लोग काबुल में अपने घरों पर तालिबान के सफेद झंडे लगा रहे हैं। न्यूज एजेंसी AP की जानकारी के मुताबिक, तालिबान के वार्ताकार अफगान राष्ट्रपति भवन जा रहे हैं। वह वहां सत्ता ट्रांसफर की बात करेंगे। इससे पहले शानिवार को तालिबान ने जलालाबाद पर भी कब्जा कर लिया था। इसके बाद काबुल ही बड़ा शहर बचा था जो तालिबान के आंतक से सुरक्षित माना जा रहा थे। लेकिन अब जलालाबाद पर कब्जा करके तालिबान ने राजधानी काबुल को देश के पूर्वी हिस्से से काट दिया था। जानकारी मिली थी कि जलालाबाद के गवर्नर ने लड़े बिना ही तालिबान के अगे सरेंडर कर दिया था, क्योंकि वह आम लोगों को नुकसान से बचाना चाहते थे।

SHARE
आप अपना लेख, न्यूज़, मजमून, ग्राउंड रिपोर्ट और प्रेस रिलीज़ हमें भेज सकते हैं Email: millattimeshindi@gmail.com