नई दिल्ली (मिल्लत टाइम्स) समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से प्रमुख धार्मिक विद्वान मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी ने कल दिल्ली में मुलाकात की। मिल्लत टाइम्स से बात करते हुए मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी ने कहा कि बैठक करीब एक घंटे तक चली जिसमें हमने उत्तर प्रदेश चुनाव के मुद्दे पर चर्चा की. मौलाना नोमानी ने बताया कि हमने अखिलेश यादव को दो टूक कहा कि इस समय देश में मुख्य लड़ाई फासीवाद और धर्मनिरपेक्षता के बीच है।हिन्दुत्व देश को तोड़ने की प्लानिंग कर रहे हैं आरएसएस मुसलमान,आदिवासियों और दलितों को उनके मूल अधिकारों से वंचित करने की योजना बना रहा है। उत्तर प्रदेश संघ परिवार का सबसे बड़ा गढ़ बनता जा रहा है और मैदान में सांप्रदायिक दल सक्रिय हैं ।पूरी ताकत से जनता पर पूंजीवाद थोपा गया है। उत्तर प्रदेश की यह स्थिति है जिसके खिलाफ आपके पास पूरी ताकत और साहस के साथ लडाई लड़नी होगी फासीवाद, पूंजीवाद और देश की एकता को नष्ट करने वाली ताकतों से आप का मुक़ाबला है। इसलिए, आपको अपनी पूरी ताकत के साथ सामने आना होगा, सांप्रदायिकता, फासीवाद, पूंजीवाद और संविधान पर हमला करने वाली ताकतों के खिलाफ खुलकर लड़ना होगा, और केवल इसी रास्ते पर चलकर ही आप सफलता प्राप्त कर सकते हैं।नर्मी के रास्ते देश की सांप्रदायिक ताकतों को पराजित नहीं किया जा सकता है। समाजवादी पार्टी समाजवाद के सिद्धांतों की हिमायती रही है, सामाजिक समस्याओं का समाधान करना समाजवादी लोगों का मुख्य मिशन रहा है और इस समय आपकी सीधी लड़ाई सांप्रदायिक पार्टियों से है इसलिए जरूरी है कि समाजवादी लोग खुलकर सामने आएं. सबको साथ लेकर पूरे साहस के साथ लड़ें और पूंजीवाद के खिलाफ एक मजबूत आंदोलन शुरू करें।
मौलाना नोमानी ने आगे कहा कि हमने अखिलेश यादव से कहा कि आपको अधिक साहस और जोश के साथ काम करने की आवश्यकता होगी, देश के सभी वर्गों को साथ लेकर चलना होगा, दलित, मुस्लिम, आदिवासी, एसएस, एसटी और सभी के साथ हमें अपने संपर्क बढ़ाने होंगे. कमजोर वर्ग और किसानों की समस्याओं पर ध्यान देना होगा आप स्पष्ट संदेश दें कि हम सांप्रदायिकता के खिलाफ हैं। हमारी लड़ाई उन ताकतों के खिलाफ है जो धर्म के नाम पर देश का माहौल खराब कर देश में फासीवाद और पूंजीवाद लाना चाहती हैं।
वे धर्मनिरपेक्षता को मिटाकर हिंदुत्व राष्ट्र लाना चाहते हैं। एक सवाल के जवाब में मौलाना नोमानी ने कहा कि अखिलेश यादव के साथ चार-पांच इसी तरह के मुद्दों पर चर्चा हुई और उन्होंने सभी से सहमति जताते हुए कहा, ‘मुझ पर विश्वास करें, हम सांप्रदायिकता, संघ की सोच और नफरत के खिलाफ कड़ी मेहनत कर रहे हैं. हम आरएसएस से कोई समझौता नहीं कर सकते हैं और मैं आपसे सहमत हूं कि इसी रास्ते पर चलने से ही सफलता मिल सकती है.अखिलेश यादव ने यह भी कहा कि हम चुनाव में सभी को साथ लेकर चलना चाहते हैं.
सभी जाति, वर्ग, युवा, पुरुष, महिला और यूपी के सभी नागरिकों के साथ बैठकें चल रही हैं। हम आप जैसे बुद्धिजीवियों और बड़ों के साथ परामर्श करना जारी रखेंगे। हम धर्मनिरपेक्षता, लोकतंत्र, समाजवाद, संविधान की सर्वोच्चता, पूंजीवाद के अंत और सांप्रदायिक ताकतों को सत्ता से बाहर रखने के लिए कोई भी बलिदान देने के लिए तैयार हैं।
गौरतलब है कि मौलाना खलील-उर-रहमान सज्जाद नोमानी भारत के एक प्रसिद्ध धार्मिक विद्वान हैं और लोगों के बीच बहुत लोकप्रिय हैं। वह विभिन्न राष्ट्रीय संगठनों और पार्टियों से मिलते रहते हैं।मुस्लमानों में आप की अच्छी पकड़ है इसके अलावा एस सी एसटी ओबीसी में भी आपकी मजबूत पकड़ है। राउरके समुदाय। अखिलेश यादव के साथ मौलाना सज्जाद नोमानी की यह मुलाकात दिल्ली में अखिलेश यादव के सरकारी आवास पर हुई ।