मेराज आलम ब्यूरो रिपोर्ट
सीतामढ़ी- जिला के दर्जनों मदरसा के शिक्षको ने अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह प्रभारी मंत्री मो जमा खान से 22 महीना से वेतन नही मिलने की शिकायत की। 2459+1 कोटि अन्तगर्त 609 कोटि मदरसा के शिक्षको को वेतन नही मिल रहा है। अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री सह जिला प्रभारी मंत्री एवं मदरसा बोर्ड के अध्य्क्ष अब्दुल कय्युम अंसारी का दो दिवसीय कार्यक्रम में दोपहर में अतिथि गृह में ठहरना तय था। इसकी भनक लगते ही दर्जनो मदरसा के शिक्षक अतिथि गृह पहुंचे। लेकिन बोर्ड के अध्य्क्ष अतिथि गृह जाना मुनासिब नही समझे। अतिथि गृह के प्रांगन में जमीन पर बैठे शिक्षको से मंत्री मो जमा खान जाकर मिले। उनकी समस्याओं को सुना। शिक्षको ने 22 महीने का भुगतान शीघ्र कराने और अब्दुल कय्युम अंसारी को बोर्ड के अध्य्क्ष पद से हटाने की मांग की। शिक्षको की बात को गंभीरता से सुनने के बाद मंत्री ने शीघ्र वेतन भुगतान का भरोसा दिया। उन्होंने कहा कि बोर्ड के अध्य्क्ष को बुलाकर जानकारी लूंगा। आप लोगों को भी बुला सामने बात करूंगा। आपलोगों ने जो सब्र और धैर्य का परिचय दिया है वह सराहनीय है। मुख्यमन्त्री को जब मालुम होगा 22 महीने से वेतन नही मिल रहा है,गरीबी भुखमरी के कारण तीन शिक्षक की मौत हो चुकी है, निश्चित तौर पर नाराज होंगे। मुझे डाटेंगे और अध्य्क्ष को हटा देंगे।
मुस्लिम सिटीजंस फार एम्पावरमेंट के अध्य्क्ष मो कमर अख्तर ने कहा कि अध्य्क्ष का बयानबाजी हास्यापद है। वह कह रहे है कि मामला कोर्ट मे है इसलिए भुगतान लंबित है। परंतु अध्य्क्ष ने यह जानते हुए 16 मार्च को वेतन भुगतान का आदेश जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिया फिर 19 मार्च को वह अपने आदेश को वापस ले लिए। वेतन भुगतान को लेकर अध्य्क्ष द्वारा टालमटोल की नीति अपनाई जा रही है। कभी स्थलीय जांच का तो कभी कोर्ट में मामला लंबित का बहाना बनाया जा रहा है। सीतामढ़ी संघर्ष समिति के अध्य्क्ष मो शम्स शाहनवाज ने कहा कि अध्य्क्ष को अपना स्वागत कराने के बजाय कोरोना काल मे गरीबी एवं भुखमरी के कारण मृत हुए तीनों शिक्षको के परिवार से मिलना चाहिए। उन परिवारों से माफी मांगनी चाहिए कि उनकी मौत अध्य्क्ष के गलतियों के कारण हुई। मदरसा बोर्ड भ्रष्टाचार में डुबा हुआ है। मदरसा के शिक्षको को समय पर वेतन नही मिल रहा है।