‘जब भी दलित लोगों के बाल-बच्चे पढ़ाई करते हैं, उसे नक्सली बता दिया जाता है और मुसलमानों के बच्चे मदरसों में पढ़ते हैं तो उसे आतंकवादी कह दिया जाता है. भाई साहब ऐसी मानसिकता से निकलिए. यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए सही नहीं है. ऐसी सोच समाज को तोड़ने वाली है. ऐसी बातों का मैं व्यक्तिगत रूप से पुरजोर खंडन करता हूं.’
नई दिल्ली (मिल्लत टाइम्स ) बांका के नवटोलिया मदरसे में हुए बम ब्लास्ट के बाद बिहार की सियासत गरमा गई है. एक तरफ जहां बीजेपी ने इस मामले में सख्ती भरा बयान देते हुए मदरसों को आतंक की पाठशाला करार दिया, वहीं जेडीयू सहित कई सहयोगी दलों ने बीजेपी के बयान का सख्ती के साथ विरोध भी किया है. अब एनडीए के सहयोगी जीतन राम मांझी ने बीजेपी विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल के बयान का तीखे शब्दों में विरोध किया है.
जीतन राम मांझी ने अपने ट्वीट में लिखा, ‘जब भी दलित लोगों के बाल-बच्चे पढ़ाई करते हैं, उसे नक्सली बता दिया जाता है और मुसलमानों के बच्चे मदरसों में पढ़ते हैं तो उसे आतंकवादी कह दिया जाता है. भाई साहब ऐसी मानसिकता से निकलिए. यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए सही नहीं है. ऐसी सोच समाज को तोड़ने वाली है. ऐसी बातों का मैं व्यक्तिगत रूप से पुरजोर खंडन करता हूं.’
गरीब दलित जब आगे बढ़े तो नक्सली,
गरीब मुसलमान जब मदरसे में पढ़े तो आतंकी,
भाई साहब ऐसी मानसिकता से बाहर निकलिए,यह राष्ट्र की एकता और अखंडता के लिए ठीक नहीं।#हम बाँका बम विस्फोट की घटना की उच्चस्तरीय जाँच की माँग करतें हैं।— Jitan Ram Manjhi (@jitanrmanjhi) June 10, 2021
बीजेपी नेता के बयान से गरमाई बिहार की सियासत में जीतन राम मांझी के बयान के साथ जेडीयू ने भी विरोध शुरू कर दिया है. जेडीयू नेता और अल्पसंख्यक मंत्री जमा खान ने विरोध दर्ज करते हुए कहा कि बीजेपी विधायक को शायद मंदिर और मस्जिद के बारे में पता नहीं शायद इसलिए बयान दे रहे हैं. मंदिर में पूजा और मस्जिद में सिर्फ नमाज अता की जाती है.
मांझी के बयान पर कांग्रेस ने कसा तंज
मांझी के बयान पर अब कांग्रेस ने भी तंज कसते हुए कहा कि जीतन राम मांझी एनडीए के नेता हैं. उन्हें लगता है कि बीजेपी के नेता गलतबयानी कर रही है तो बीजेपी से पूछना चाहिए न कि सिर्फ मीडिया में बने रहने के लिए बयान देते रहें. मांझी को लगता है कि सबकुछ गलत है तो एनडीए से बाहर आना चाहिए.