रोहित सरदाना को उनके परिजन को घर ले जाने की अनुमति तो 4 बार के सांसद शहाबुद्दीन को क्यों नहीं!उदय नारायण चौधरी

पटना, (मुजफ्फर आलम)
मैं मरहूम शहाबुद्दीन साहब की मग़फ़िरत की दुआ करते हैं और प्रार्थना करते हैं कि उन्हें जन्नत में आला मक़ाम मिले। उनका निधन पार्टी के लिए अपूरणीय क्षति है। राजद उनके परिवार वालों के साथ हर मोड़ पर खड़ी रही है और आगे भी रहेगी।
प्रेस विज्ञप्ति जारी कर ये बातें बिहार के पूर्व विधानसभा अध्यक्ष एवं राजद के वरिष्ठ नेता उदय नारायण चौधरी ने केन्द्र एवं राज्य सरकार पे सीधे तौर पे इल्ज़ाम लगाया हालांकि पूर्व सांसद डॉ शहाबुद्दीन को आज दिल्ली के कब्रिस्तान में सुपुर्द ए खाक कर दिया गया है, काफी देर तक दिन दयाल अस्पताल में हाई बोल्ट ड्रामा चला उसके बाद बहुत सारे राजद के कार्यकर्ताओं ने पार्टी के आला अधिकारी को अपना त्यागपत्र भी भेजा उसी के बाद से राजद के वरिष्ठ नेताओं का ब्यान आना जारी हुआ।
श्री उदय नारायण चौधरी ने
*केन्द्र सरकार और राज्य सरकार के दोहरी नीति अब नही चलेगी,जब आजतक के पत्रकार रोहित सरदाना जी को उनके परिजन को घर लेजाने की इजाजत दिया गया तो माननीय 4 बार सांसद रहने के बाद भी उनको उनके पैतृक आवास लेजाने का इजाजत क्यो नही दिया।*
मय्यत को घरवालों की मर्ज़ी के मुताबिक़ उनके आबाई वतन सिवान में सुपुर्द-ए-ख़ाक करने के लिए मैं तेजस्वी जी और राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वयं तमाम कोशिशें की, परिजनों के सम्पर्क में रहें लेकिन सरकार ने हठधर्मिता अपनाते हुए टाल-मटोल कर आख़िरकार इजाज़त नहीं दिया।

अंत तक शासन-प्रशासन ने कोविड प्रोटोकॉल का हवाला देकर अड़ियल रुख़ बनाए रखा। पोस्ट्मॉर्टम के बाद पुलिस प्रशासन उन्हें कहीं और दफ़नाना चाह रहा था लेकिन काफ़ी कोशिशों के बाद कमिशनर से बात कर परिजनों द्वारा दिए गए दो वैकल्पिक स्थानों में से एक ITO क़ब्रिस्तान की अनुमति दिलाई गयी। ईश्वर मरहूम को जन्नत में आला मक़ाम दें और मग़फ़िरत फ़रमाये।

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