*स्वास्थ प्रभारी मनोज झा ही मो० शहाबुद्दीन की मौत का असल राजदार: अज़ीम मंसूरी*
मधुबनी- (मिल्लत टाइम्स) लच्छेदार बातें बनाने वाला राजद का छुपा संघी मनोज झा शहाबुद्दीन साहेब की मौत का असल राज़दार है। मनोज झा ही साहब का स्वास्थ प्रभारी था, फिर भी उनके साथ, उनके परिवार के साथ जो व्यवहार हो रहा है उससे ये साफ है कि लोग जीते जी मो० शहाबुद्दीन के सामने आंख नहीं उठा सकते थे वो उन्हें मरवाकर और उनकी मय्यत को ज़लील करके अपने दिल की जलन को कम करना चाहते हैं। उक्त बातें *भारतीय युवा एकता मंच के अध्यक्षएवं जमीतुल मंसूर बिहार के प्रदेश महासचिव मो० अज़ीम मंसूरी* ने कही। श्री अज़ीम ने कहा के मुसलमानों को समझना चाहिए के पूरे भारत में पिछले 50 सालों में सिर्फ शाहबुद्दीन ही ऐसे सियासतदां थे जो राज्य की कुर्सी पर बैठे बिना भी सरकार पर अपना असर रखते थे। उन्होंने आगे अहा के लालू हो या नीतीश या कल का लड़का तेजस्वी किसी की हिम्मत नहीं कि सीधा टकड़ा जाए। ये वो बातें हैं शहाबुद्दीन की ज़िंदगी का जिसको समझ और सीख कर ही आज के सियासी मैदान में हम अपने मुस्लिम क़ौम को मज़बूत कर सकते हैं। यही वो अंदाज़ था जो पूरे लालू परिवार को चिंता में रखे हुआ था कि कहीं शहाबुद्दीन ज़िंदा बच गए और बाहर आ गए तो लालू की बपौती पार्टी के लाल शायद ही पार्टी में अपनी मनमानी कर पाएं। शहाबुद्दीन साहब का जनाज़ा बिहार में न होने देने की असल वजह भी यही है कि अगर कहीं शहाबुद्दीन की लाश अगर सिवान आ गई तो मुसलमानों के खून में बिजलियाँ दौर जाएंगी और ज़हनों में इंकिलाब आ जाएगा और सिवान और बिहार पर उनके जाने के बाद भी उनका असर बाकी रह जाएगा जिससे तेजस्वी, मनोज झा, लालू परिवार की मंशा पर पानी फिर जाएगा।