सीतामढ़ी
इश्तेयाक आलम तस्लीमी
आज़ाद चौक मेहसौल के दो नन्हे मुन्ने मोहम्मद वासिफुल्लाह खान और राफिया खानम दोनो ने रमज़ान के पाक महीने में अपने ज़िन्दगी का पहला रोज़ा रखा।
दोनो मोहम्मद मोहिबुल्लाह खान के बच्चे है और हज़ूर मुफ़्ती आज़म बिहार मिस्बाहे मिल्लत मुफ़्ती मोहम्मद सनाउल्लाह खान के पोता पोती है।
यह दोनों नेक इस लिए है कि दिन रात अपने दादा हज़ूर मुफ़्ती आज़म बिहार से अल्लाह रसूल की बाते सुनते है।दोनो के नाना अल्हाज फिरोज़ अहमद खान लाल मेडिकल स्टोर मोज़फ्फरपुर है।मोहम्मद वासिफुल्लाह खान व राफिया खानम जब भी कोई बुज़ुर्ग इनके घर पे आते है तो उनसे दुआ लेने के लिए बेचैन रहते है।जब मोहम्मद वासिफुल्लाह खान से उनके दादा मोहतरम हज़ूर मुफ़्ती आज़म बिहार ने पूछा की पोता रोज़ा रख कर कैसा लग रहा है तो जवाब दिया थोड़ी भी परिशानि नही दादा मैं कल भी रोज़ा रखूंगा जब इससे अल्लाह पाक खुश होता है तो अल्लाह पाक को खुश करने पे तो मैं डीएम बन जाऊंगा ना ओर इफ्तार के वक़्त दुआ करूँगा की या अल्लाह आप दुनिया से कोरोना खत्म कर दे।
रमज़ान के रोज़े की फ़ज़ीलत अल्लाह से मोहब्बत के वजह से ही इन दोनों बच्चों को हिम्मत आ गई।इन दोनों बच्चे की माँ शादान खानम अपने बच्चों को दिनी तालीम के साथ दुनियावी तालीम देती है अपने बच्चों की अच्छी और इस्लामिक तौर तरीके पे परवरिश करने मे दिन रात लगी रहती है।मुझे मोहम्मद वासिफुल्लाह खान की बात सुन कर के मैं डीएम बनुगा यह सुन कर उन के वालिद से पूछा कि यह ईस के दिल व दिमाग मे कैसे आया तो उन्होंने जवाब दिया जब यह बहुत छोटा था तब मड़पा मैं राजीव रौशन सर् ज़िला पदाधिकारी सीतामढ़ी,नगीना देवी पूर्व विधानसभा सदस्य औऱ कई लोग मड़पा गए थे तो दोनों के पास जब यह गया तो राजीव सर् ने पूछा आप का नाम तो बोला मैं डीएम हु तो उन्होंने ने बोला कि मैं हु तो इसके दिमाग मे आ गया कि मैं डीएम ही बनुगा।अल्लाह तआला दोनो बच्चों को लम्बी उम्र तंदरुस्त के साथ दे साथ साथ दोनो के दिली मुराद पूरी करे आमीन आप सब भी इस नन्हे बच्चों की दिली ख़ाहिश डी एम बनने के लिए दुआ फरमाए ।