*संभागीय आयुक्त जयपुर डॉ. समित शर्मा ने सीकर शहर के कई राजकीय कार्यालयों, नगर परिषद, नानीबीड़, स्मृति वन का किया निरीक्षण*
*कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की ली समीक्षा बैठक*
*सरकारी र्कामिकों को कार्य सुधार के लिए दिए निर्देश*
*लापरवाह एवं अनुपस्थित र्कामिकों को चार्जशीट देने के दिए निर्देश*
सीकर एक अप्रेल। संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा दो दिवसीय सीकर दौरे के दौरान गुरूवार को दूसरे दिन उन्होंने शहर के कई राजकीय कार्यालयों, नगर परिषद, नानी बीड़, स्मृति वन, मेडिकल कॉलेज का निरीक्षण किया गया एवं कलेक्ट्रेट सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली गई। इस दौरान संभागीय आयुक्त डॉ समित शर्मा ने कहा कि वर्तमान में सीकर जिले के सभी जिला स्तरीय अधिकारी अच्छा कार्य कर रहे हैं, जहां पिछले 2 महीने में जिले में सरकारी कार्यों में काफी सुधार देखने को मिला है एवं कुछ विभागों द्वारा बहुत ही अच्छा कार्य किया जा रहा है। जिले में स्कूली शिक्षा विभाग द्वारा विद्यालय भवनों को विकसित किया जा रहा है, विद्यालय भवनों में नया फर्नीचर लगवाया गया है,स्र्माट बोर्ड्स लगवाए गए हैं एवं छात्र एवं अध्यापक नियमित रूप से विद्यालय जा रहे हैं और शिक्षा के स्तर में भी काफी सुधार देखने को मिला है। वहीं चिकित्सा विभाग की बात करें तो जिले की सभी बड़ी सीएचसी एवं अस्पतालों में काफी सुधार देखने को मिला है। उन्होंने कहा कि पिछली बार जब मेरे द्वारा दौरा किया गया था तो अजीतगढ़ अस्पताल के कार्मिकों को नोटिस जारी किया गया था, रींगस कस्बे में भी कुछ र्कामिक अनुपस्थित मिले थे एवं सीएमएचओ को भी नोटिस जारी किया गया था लेकिन अब वर्तमान में विभाग द्वारा काफी बेहतरीन कार्य किया गया है।
डॉ. शर्मा ने कहा कि अजीतगढ़ में अस्पताल में 10 साल बाद ऑपरेशन सुविधा शुरू हुई है, डिलीवरी की संख्या भी दोगुनी हो गई है, पिछली बार जहां एक भी मरीज भर्ती नहीं था वहीं अब की बार कुल 40 मरीज भर्ती थे वहीं भामाशाह की मदद से भवन का विकास करवाया है एवं उपकरण भी खरीदे हैं जिससे कि कस्बे के स्थानीय स्तर के लोगों को जयपुर जैसी चिकित्सा सुविधाएं वहीं पर उपलब्ध हो सकेगी। रींगस कस्बे के राजकीय अस्पताल में भी ऑपरेशन सुविधा शुरू हो चुकी है। शर्मा ने कहा कि ऑपरेशन सुविधा शुरू होना, डिलीवरी की संख्या आदि चिकित्सा के क्षेत्र में परिर्वतन के अच्छे संकेत हैं।
बैठक में उन्होंने सरकारी र्कामिकों के कार्य सुधार की बात पर बोलते हुए कहा कि कोई भी सेवा प्रदान करने से पहले सेवा स्थान पर सेवा प्रदाता की उपस्थिति होना आवश्यक है, जिसके लिए पूर्व में भी काफी जोर दिया गया था एवं वर्तमान में इसमें काफी सुधार देखने को मिला है एवं जिस र्कामिक की जो ड्यूटी निर्धारित है वह अपना काम उचित ढंग एवं समय से करें।
संभागीय आयुक्त शर्मा ने कहा कि आज राजकीय कार्यालयों में किए गए दौरे के दौरान कुछ कार्यालय जैसे अस्पताल, विद्यालय, अजमेर विद्युत वितरण निगम लिमिटेड पलसाना कार्यालय में कुछ र्कामिक अनुपस्थित मिले हैं ऎसे में इन्हें चार्जशीट दी जाएगी जिसके लिए विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं कि चार्जशीट बनाकर जिला कलेक्टर को सौंपे। शर्मा ने कहा कि सरकारी र्कामिकों मे कार्य सुधार के लिए सख्ती बरतना आवश्यक है जिससे कि जो अपवाद है उन्हें एक नकारात्मक संदेश मिले।
संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा ने शहर के सौंर्दयीकरण के बारे में बताते हुए कहा कि पहले की स्थिति में एवं आज की स्थिति में काफी अंतर देखने को मिला है जहां सड़क के बीच बने डिवाइडर पर पौधारोपण करने के निर्देश दिए गए हैं, शहर की जयपुर रोड पर हाईवे की सड़क के दोनों किनारे जहां की 250 फूट चौड़ी रोड है उसका विकास होना चाहिए एवं इसके अलावा शहर में जो अस्थाई अतिक्रमण शेष बचा है तो इसमें प्रशासन, नगर परिषद एवं पुलिस विभाग द्वारा संयुक्त रुप से टीम गठित कर दैनिक कार्यवाही करनी चाहिए। इसके साथ ही शहर के स्मृति वन, नेहरू पार्क, नानी बीड़ आदि के विकास के लिए भी योजना बनाने का निर्णय लिया गया है जिसके लिए संबंधित अधिकारियों ने तीन-तीन महीने का समय मांगा है।
संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा जिला मुख्यालय स्थिति कल्याण राजकीय चिकित्सा मेडिकल महाविद्यालय के बारे में बोलते हुए कहा कि पीएमओ एवं महाविद्यालय के प्रिंसिपल द्वारा काफी मेहनत की जा रही है, जहां आज हमारे द्वारा सुबह महाविद्यालय का निरीक्षण किया गया तो देखा गया कि जिस तरह की भव्य बिल्डिंग यहां तैयार हुई है उससे ऎसा एहसास होता है कि जैसे हम एम्स की बिल्डिंग में आ गए हैं। शर्मा ने कहा कि अब यदि महाविद्यालय में उचित शिक्षा व्यवस्था,योग्य फैकल्टी आदि होगी तब यह वास्तविकता में भी एम्स बनेगा जिसके लिए आज एक महत्वपूर्ण निर्णय हुआ है जिसमें की गौशाला समिति से जो काफी समय से बात चल रही थी उसमें सरकार की तरफ से स्वीकृति आई है कि सरकार द्वारा उन्हें एक करोड़ 48 लाख रुपए दिए जाएंगे एवं साथ ही दो ट्रस्टी को प्रबंधन में लेने की स्वीकृति भी सरकार द्वारा जारी कर दी गई है। चिकित्सा महाविद्यालय के पास जो जमीन है वहां अस्पताल बनने का रास्ता भी साफ हो गया है जिससे कि यह फायदा होगा कि मेडिकल कॉलेज के पास ही बड़ा हॉस्पिटल बनेगा जो कि एक सुपर स्पेशलिटी हॉस्पटिल होगा जिससे कि क्षेत्र के लोगों को काफी लाभ होगा। वर्तमान में जिला मुख्यालय स्थित एस के हॉस्पटिल में वर्तमान में भी कुछ बेड प्रैक्टिस जारी है जिसकों लेकर पीएमओं को निर्देश जारी किये गये है की श्री कल्याण अस्पताल में शुक्रवार से सुबह 8 से शाम 8 बजे तक खून, सीबीसी, बायोकेमस्टि, ईसीजी एवं एक्स-रे की जांच शुरू करने के निर्देश दिए गए हैं।
संभागीय आयुक्त शर्मा ने प्रमुख चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिये कि श्री कल्याण अस्पताल के कुछ डॉक्टर जो कि बाहर की दवाएं लिखते हैं उनके नाम चिन्हित कर लिए गए हैं एवं जिला कलेक्टर को सौंप दिए गए हैं जिनके साथ समझाइश की जाएगी एवं जो डॉक्टर अस्पताल के समय के दौरान अनुपस्थित रहते हैं या फिर निजी अस्पतालों में सेवा देते हैं ऎसे चिकित्सकों के विरूद्ध आवश्यक कार्यवाही करें तथा जो कैमरे अस्पताल में लगे हैं उनकी रिकॉर्डिंग के आधार पर जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि डॉक्टरों को खुद को भी यह समझना चाहिए कि जब वह सरकार से अपनी सेवाओं के बदले पैसा ले रहे हैं तो उसके बाद भी वह कार्य छोड़कर अन्य निजी अस्पतालों में कार्य करेंगे तो उनकी बदनामी होगी।
संभागीय आयुक्त शर्मा ने कहा कि यह सरकार के लिए एक सबसे बड़ी चुनौती है कि पैसा खर्च करके जो चीज तैयार की जाती है उसका पूरा उपयोग नहीं हो पाता है। ऎसे में जहां कल मेरे द्वारा खाटू कस्बे का निरीक्षण किया गया तो देखा गया कि 14 करोड रुपए की लागत से कंस्ट्रक्शन का कार्य किया गया है लेकिन कुछ एक सतत कमियां है जिनके लिए आमजन को भी सचेत होना चाहिए एवं प्रशासन यह सरकार को इन समस्याओं से अवगत करवाना चाहिए। वहीं शहर में लाखों रुपए की लागत से लगे सीसीटीवी कैमरे शुरू करने के संबंध में पुलिस अधीक्षक को निर्देशित किया कि अपराधियों पर नजर रखें एवं कानून व्यवस्था की पालना करना सुनिश्चित करें।
संभागीय आयुक्त ने डॉ. शर्मा ने कहा कि राजस्थान सम्पर्क पर परिवाद दर्ज करवाने के लिए व्यक्ति को किसी भी जनसुनवाई में जाने की जरूरत नहीं है क्योंकि सरकार द्वारा एक ऎसा र्पोटल बनाया गया है जिसके माध्यम से व्यक्ति ऑनलाइन शिकायत दर्ज करवा सकता है जो कि पूरी तरीके से निःशुल्क है जिससे कि संबंधित अधिकारी के पास वह शिकायत जाती है। शर्मा ने कहा कि वर्तमान में जिले के श्रीमाधोपुर क्षेत्र में पानी, चारागाह भूमि पर अतिक्रमण,खेल मैदान पर अतिक्रमण की दर्ज है जिन्हें संबंधित अधिकारी 15 दिवस में निस्तारण करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि संभागीय आयुक्त कार्यालय में सभी पांचों जिलों की परिवादों की बखूबी तरीके से मॉनिटरिंग की जाती है एवं जिस परिवाद में यह लगता है कि न्याय पूर्वक कार्यवाही नहीं हुई है उसे वापस संबंधित अधिकारी को भेजा जाता है एवं जब तक कि यह नहीं लगता कि इसमें न्याय पूर्वक कार्यवाही हुई है तब तक यह प्रक्रिया लगातार जारी रहती है।
बैठक में कोरोना संक्रमण को रोकने की बात पर संभागीय आयुक्त डॉ. शर्मा ने कहा कि जिला स्तर पर जिला प्रशासन एवं पुलिस विभाग द्वारा अच्छी तैयारियां की गई है साथ ही लोगों को भी जागरूक होना पड़ेगा। आमजन को जागरूक होकर स्वयं को संक्रमण रोकने के लिए बचाव रखने चाहिए। शर्मा ने कहा कि संक्रमण के खतरे को रोकने के लिए सरकार बहुत ही गंभीर है। मुख्यमंत्री द्वारा समय-समय पर समीक्षा बैठक ली जा रही है एवं रात्रि कालीन कफ्र्यू के समय में भी वृद्धि की गई है इसके अलावा वर्तमान में प्रभावी कंटेंटमेंट जोन बनाए जा रहे हैं ।
बैठक में पुलिस अधीक्षक कुंवर राष्ट्रदीप, अतिरिक्त जिला कलेक्टर धारासिंह मीणा, मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेश कुमार, पीआरओ पूरणमल, सीकर एसडीएम गरिमा लाटा, धोद मिथलेश कुमार, उप वन संरक्षक भींवाराम चौधरी, सार्वजनिक निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियन्ता सायरमल मीणा, जलदाय विभाग के शिवदयाल मीना, विद्युत नरेन्द्र गढ़वाल, आयुक्त नगर परिषद श्रवण कुमार विश्नोई, संयुुक्त निदेशक पशुपालन डॉ. महेश मीणा, कोषाधिकारी महेशचन्द्र शर्मा, संयुक्त निदेशक एसएम चौहान, एसीपी मुनिश माटोलिया, सीडीईओ घनश्यामदत जाट, डीईओ लालचंद नहलियां, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अजय चौधरी, पीएमओ डॉ. अशोक चौधरी, महा प्रबन्धक जिला उद्योग केन्द्र धर्मेन्द्र शर्मा, जिला रसद अधिकारी महेन्द्र सिंह नूनियां, सहायक श्रम आयुक्त राकेश खर्रा, मुख्य आयोजना अधिकारी नरेन्द्र भास्कर, सहायक निदेशक प्रशासनिक सुधार विभाग राकेश लाटा सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे।
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