आज दरभंगा में नागरिकता संशोधन कानून, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टरऔर राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर के विरोध में हजारों की संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और मानव श्रृंखला बनाकर विरोध दर्ज किया. इस दौरान लोगों ने हाथों में तिरंगा लेकर एनआरसी, एनपीआर के साथ ही सीएए का विरोध किया.
दरभंगा में CAA-NRC और NPR के विरोध को लेकर मानव श्रृंखला बनाई गई. इमारत शरिया के आह्वान पर NPR-CAA-NRC के विरोध में पूरे बिहार सूबे में लाखो के तादाद में आकर लोगों ने मानव श्रृंखला बनाकर प्रोटेस्ट में हिस्सा लिया. इसकी शुरुआत किलाघाट के मदरसा हमीदिया के पास जिला मुहर्रम कमेटी में लोगो ने की. ये मानव श्रृंखला करामगंज होते हुए डीएम ऑफिस पर जाकर समाप्त हुई। ज्ञात रहे कि यह प्रोटेस्ट पिछले 7 दिनों से चल रही है ज़िला मोहर्रम कमेटी के पास जिसमें खास तौर कर बड़े पैमाने पर मुस्लिम औरतों शामिल रहती है.
इस दौरान दोपहर 2 से 3 बजे तक करीब दो लाख से अधिक लोगों ने करीब 10 km किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई. इस तरह के सैकड़ों मानव श्रृंखला पूरे बिहार में बनाई गई। इसका मकसद बिहार सरकार को बताना था किस तरह ये काला कानून (CAA) जो कि सामाजिक तौर पर विभाजनकारी और भेदभावपूर्ण है इस क़ानून को सरकार तुरंत वापस ले।
शाहीन बाग की तर्ज पर दरभंगा में मुस्लिम महिलाओं ने CAA-NRC और NPR के खिला फ अनिश्चितकालीन धरना का आज सातवां दिन है
महिलाओं ने कहा किसी सरकार में इतनी हिम्मत नहीं है कि हमारी गंगा – जमुनी तहजीब को मिटा सके और धर्म के नाम पर हमें बांट सके और ये भी कहा कि अगर ये कानून वापस नहीं लिया गया तो हर एक गली मोहल्लों में हज़ारों शाहीन बाग उठ खड़े होंगे।
हालांकि हाथों में तिरंगा थामे धरने पर बैठे लोग न तो किसी सियासी पार्टी से जुड़े हुए हैं और न ही संगठन से।
अफ़राद के हाथों में है अक़वाम की तक़दीर।
हर फर्द है मिल्लत की मुक़द्दर का सितारा।।