राष्ट्रीय जनता दल एवं महागठबंधन के द्वारा बिहार बंद के दौरान फुलवारी शरीफ में हिंसक झड़प हुई थी जिसमें 7 लोगों को गोली लगी थी उन लोगों का इलाज एम्स में चल रहा है जबकि आमिर हंजला बीते 10 दिनों से गायब था जिस की लाश बीती रात मिली
पटना ( मिल्लत टाइम्स / फजलुल मोबीन )
फुलवारी शरीफ में 21 दिसंबर को नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ राजद के आह्वान पर बिहार बंद के दौरान हुए हिंसक झड़प के बाद के लापता हुए 18 वर्षीय आमिर हंजला का शव 30 दिसंबर को रात 10 बजे पुलिस को फुलवारी शरीफ ब्लॉक के पीछे एक झाड़ी में मिला था। जिसके बाद परिवार में कोहराम मच गया । वही इस खबर पर इलाके में सनसनी फैल गई ।
जिसके बाद पीएमसीएच में भारी पुलिस व्यवस्था के दौरान पोस्टमार्टम किया गया। वही भारी पुलिस तैनाती के बीच नमाजे जनाजा के बाद चितकोहरा कब्रिस्तान में दफन किया गया ।
ज्ञात हो कि: बिहार राज्य मदरसा बोर्ड के कर्मचारी सोहेल अहमद का बेटा 18 वर्षीय आमिर हंजला सांप्रदायिक हिंसा के दौरान लापता हो गया था। हंजला के बारे में कहा जाता है कि विरोध प्रदर्शन के हिंसक होने के बाद, वह संगत मोहल्ला की ओर गया था। तब से उसका मोबाइल बंद आ रहा था। इस खबर को तेजी से सोशल मीडिया पर शेयर किया जा रहा है और आमिर हंजला को श्रद्धांजलि दी जा रही है ।
वहीं मिल्लत टाइम्स से बात करते हुए ऑल इंडिया मिल्ली कॉन्सिल के उपाध्यक्ष मौलाना अनीस-उर-रहमान कासमी (पूर्व नाजिम-ए-शरीयत पटना) ने आमिर हंजला की मौत पर दुख व्यक्त करते हुए प्रशासन पर सवाल उठाया । उन्हों ने कहा कि पुलिस की कमजोरी के वजह से दिन के उजाले में युवक को अगवा किया गया और बाद में असामाजिक तत्वों द्वारा उसकी हत्या कर दी गई। लेकिन आज दस दिन बाद पुलिस ने शव बरामद किया है, जो आश्चर्यजनक है। उन्होंने बिहार से सरकार से फास्ट ट्रैक कोर्ट के माध्यम से सुनवाई तथा हत्यारों पर त्वरित कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने बिहार सरकार से पीड़ित परिवार के लिए उचित मुआवजे की भी मांग की है ।