पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने एनआरसी (NRC) के मुद्दे पर एक बार फिर बीजेपी पर हमला बोला है. ममता बनर्जी (Mamata Banerjee) ने गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी (BJP) को आगाह किया कि वह NRC के नाम पर ‘आग से नहीं खेले.’ बता दें कि असम में जारी NRC के खिलाफ पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री आज सड़कों पर उतरीं. जुलूस में ममता बनर्जी के साथ तृणमूल कांग्रेस के कई बड़े नेता, मंत्री और कार्यकर्ता भी शामिल हुए. TMC का कहना है कि बंगाल की जनता राज्य में एनआरसी लागू नहीं होने देगी. इससे पहले एनआरसी के ख़िलाफ़ तृणमूल ने 7 और 8 सितंबर को भी ज़िलों में विरोध प्रदर्शन किया था.
तृणमूल कांग्रेस (TMC) सुप्रीमो ने भाजपा नेताओं को राष्ट्रीय नागरिक पंजी (NRC) के नाम पर पश्चिम बंगाल के एक भी नागरिक को ‘छू कर दिखाने की चुनौती दी.’ एनआरसी के विरोध में निकाली गई रैली में उन्होंने कहा, ‘हम बंगाल में एनआरसी को कभी इजाजत नहीं देंगे. हम उन्हें धार्मिक एवं जातिगत आधार पर लोगों को बांटने की इजाजत नहीं देंगे. हम असम में एनआरसी को स्वीकार नहीं करेंगे. उन्होंने पुलिस प्रशासन का इस्तेमाल कर असम के लोगों को चुप कराया है, लेकिन वे बंगाल को चुप नहीं करा सकते..
ममता के इस बयान के बाद भारतीय जनता पार्टी की तरफ से भी रिएक्शन आया. पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष दिलीप घोष (Dilip Ghosh) ने कहा कि बंगाल में भी एनआरसी को लागू करेंगे और घुसपैठियों को बाहर का रास्ता दिखाएंगे. उन्होंने ममता सरकार पर बांग्लादेशी मुसलमानों को बचाने का भी आरोप लगाया. दिलीप घोष ने कहा, ‘ममता बनर्जी सरकार बंगाल में एक करोड़ से अधिक बांग्लादेशी मुसलमानों, रोहिंग्या को बचा रही है.