नई दिल्ली, आज से ठीक 6 साल पहले 8 बजे अचानक पीएम मोदी है नोटबंदी का ऐलान कर दिया था। इस घोषणा के बाद लोगों दशहत में आ गए थे। मोदी सरकार ने उस समय इसके कई फायदे बताये थे लेकिन आज वह इसका जिक्र तक नहीं कर रहे। इधर नोटबंदी के 6 साल बाद भी कांग्रेस ने मोदी सरकार के इस फैसले पर कई सवाल खड़े किए है।
कांग्रेस ने आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर ना सिर्फ इसे नोटबंदी की बरसी, नोटबंदी की पुण्यतिथि कहा बल्कि इसे भारत के इतिहास की सबसे बड़ी ऑर्गेनाइज्ड लूट भी बताया। दऱअसल 8 नवंबर 2016 की रात 8 बजे जब प्रधानमंत्री टीवी पर आये तो लोगों को लगा था कि वे किसी विशेष और अच्छे मकसद से आये होंगे लेकिन उन्होंने मित्रों कहकर जैसे ही 500 और 1000 के नोट बंद करने की घोषणा की पूरा देश सहम गया था। लोग चिंतित थे कि अब इनका क्या होगा।
सरकार द्वारा बनाये गए नियम के बाद नोटों को बदला जाने लगा, बैंकों के सामने लम्बी लम्बी लाइन लग गई , व्यापारी, उद्योगपति, स्टूडेंट्स, ग्रहणी, मजदूर हर वर्ग के सामने ये ही परेशानी थी कि आगे क्या होगा?
कांग्रेस नेता ने कहा कि – हिंदुस्तान के इतिहास की सबसे बड़ी ऑर्गेनाइज्ड लूट 8 नवबंर 2016 को नोटबंदी के माध्यम से सरकार ने की। नोटबंदी के 50 दिन के बाद आज तक सरकार ने नोटबंदी का नाम तक नहीं लिया है।
कांग्रेस ने कहा कि नोटबंदी पर सरकार के दावे धराशायी हो गए हैं , कालाधन कम नहीं हुआ, स्विस बैंक में भारतीयों का धन 14 साल के उच्चतम स्तर पर – फेक करंसी भी कम नहीं हुई, RBI की 2021-22 की रिपोर्ट अनुसार 500 के नकली नोटों में 102% की बढ़त, 2000 के नकली नोटों में 55% की बढ़त हुई।
वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने केंद्र की मोदी सरकार को निशाने पर लिया है। उन्होंने कहा, “नोटबंदी का वादा देश को काले धन से मुक्त करने का था, लेकिन इसने व्यवसायों को बर्बाद कर दिया और नौकरियां खत्म कर दी हैं। मास्टरस्ट्रोक के 6 साल बाद जनता के पास उपलब्ध नगदी 2016 की तुलना में 72 फीसदी ज्यादा है। प्रधानमंत्री ने अभी तक इस विफलता को स्वीकार नहीं किया है, जिसके कारण अर्थव्यवस्था खत्म हो गई है।”