नई दिल्ली, स्वामी यति नरसिंहानंद के एक बार फिर विवादित बयान सामने आया है। हरिद्वार कोर्ट ने नरसिंहानंद को इस शर्त पर जमानत दी थी कि यह भविष्य में किसी भी तरह का भड़काऊ बयान नहीं देगा।
लेकिन एक बार फिर इसने मुसलमानों के प्रति जहर उगला है। इस बार नरसिंहानंद ने अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी और मदरसों के बारे में आपत्तिजनक बयान दिया। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
नरसिंहानंद ने मदरसा विद्यार्थियों के साथ भी चीन की तरह व्यवहार करने की सलाह दे डाली है। एक तरफ जहां उत्तर प्रदेश में मदरसों की जांच जारी है। वहीं, इस पर नरसिंहानंद गिरी ने विवादित बयान देते हुए नई शुरुआत कर दी है। यति नरसिंहानंद ने अलीगढ़ में मीडिया को दिए बयान में कुरान को वायरस बताते हुए AMU को बम से उड़ाने की बात कही है।
नरसिंहानंद ने कहा है कि, मदरसे के सारे विद्यार्थियों को ऐसे शिविरों में भेज देना चाहिए, जहां इनके दिमाग में से कुरान नाम का वायरस निकाला जा सके। वहीं, उसने एएमयू पर कहा कि AMU इस्लाम और भारत विभाजन का गढ़ है। AMU में जितने लोग रहते हैं, सभी को डिटेंशन सेंटर में भेज देना चाहिए।
नरसिंहानंद ने आगे कहा, कि ज्ञानव्यापी मस्जिद नहीं मंदिर है। बता दें नरसिंहानंद अलीगढ़ में हिन्दू महासभा द्वारा आयोजित श्रीमद्भागवत महा उद्घोष कथा में भाग लेने पहुंचा था। उसी सभा में मीडिया से बात करते हुए ऐसे बयान दिए जिससे देश का माहौल खराब किया जा सके।
"मदरसों और AMU को बारूद व बमों से उड़ा ध्वस्त कर देना चाहिए और उसमे पढ़ने वालों को डिटेंशन सेंटर भेज देना चाहिए": यति नरसिंहानंद pic.twitter.com/etuQBdJ7Lt
— Millat Times हिंदी (@MillatHindi) September 19, 2022
नरसिंहानंद द्वारा रविवार को अलीगढ़ में दिए गए विवादित बयान के बाद सम्बंधित थाना गांधी पार्क पुलिस ने 188/295ए/298/505(2)/506 धाराओं में मुकदमा दर्ज कर लिया है। यह जानकारी एसपी सिटी कुलदीप सिंह गुनावत ने बयान जारी कर दी है। सवाल यह उठता है लगातार नरसिंहानंद जहरीली बयान दे रहा फिर भी इसे बड़ी आसानी से जमानत मिल जाती या फिर गिरफ्तार नहीं किया जाता। क्या सरकार ऐसे लोगों का समर्थन करती है, जो देश का माहौल खराब करने की कोशिश करते है।