जयपुर : दबंगों ने पेट्रोल डालकर एक दलित महिला शिक्षिका को जिंदा जलाया

नई दिल्ली, राजस्थान के जालोर से एक दलित महिला टीचर की हत्या का मामला सामने आया है। जहां टीचर को उसके 6 साल के बेटे के सामने इसलिए जिंदा जला दिया गया कि उसने उधार के पैसे मांगने की जहमत उठाई थी।

आरोपियों  ने दलित महिला के पैसे तो नहीं लौटाये, बल्कि सभी के सामने पेट्रोल डालकर जिंदा जरूर जला दिया। इस घटना से पहले दलित महिला शिक्षक ने थाने और अन्य प्रशासनिक एजेंसियों से शिकायत भी की थी। दबंगों से जान बचाने की गुहार भी लगाई थी।

पीड़ित पक्ष के लोगों ने जयपुर पुलिस मुख्यालय में रायसर थाना प्रभारी रामधन सांडीवाल, एएसआई कबूलसिंह, पुलिसकर्मी विनोद गुर्जर पर बदमाशों को शरण देने का आरोप लगाया था, लेकिन डीजीपी साहब ने मृतक महिला के परिजनों को न्याय दिलाना वाजिब नहीं समझा।

शिक्षिका की मंगलवार यानि 17 अगस्त की देर रात एसएमएस अस्पताल में मौत हो गई लेकिन सभी आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्तार नहीं किया गया है। इस घटना से जुड़ा वीडियो सोशल मीडिया पर भी वायरल हो रहा है। यह घटना राजस्थान के जयपुर के जमवाररामगढ़ क्षेत्र के रायसर की है।

10 अगस्त सुबह आठ बजे रैगरों के मोहल्ले में रहने वाली 32 वर्षीय शिक्षिका अनीता रेगर अपने छह साल के बेटे राजवीर के साथ वीणा मेमोरियल स्कूल जा रही थी। इस दौरान कुछ दबंगों ने उसे घेर लिया और हमला कर दिया। बदमाशों से बचने के लिए अनीता पास ही में ही बने एक घर में घुस गई। मदद के लिए 100 नंबर पर डायल को पुलिस को सूचना दी लेकिन काफी देर बाद भी वहां पुलिस नहीं पहुंची। इसके बाद मौका मिलते ही दबंगों ने पेट्रोल डालकर अनीता रेगर को आग के हवाले कर दिया।

घटना की सूचना मिलने पर शिक्षिका का पति ताराचंद अपने परिवार के सदस्यों के साथ मौके पर पहुंचा और पत्नी को जमवारामगढ़ के सरकारी अस्पताल ले गया। जहां 70 फीसदी जल चुकी अनीता को प्राथमिकी उपचार के बाद डॉक्टरों ने जयपुर के एसएमएस अस्पताल रेफर कर दिया। 16 अगस्त की रात एसएमएस अस्पताल में अनीता रेगर ने दम तोड़ दिया। मृतक शिक्षिका अनीता ने आरोपियों को ढाई लाख रुपये उधार दिए थे। लंबे अरसे से वह आरोपियों से अपने रुपए वापस मांग रही थी। बस, सही अनीता की गलती थी कि उसने पैसे वापस मांगे।

बता दें इस मामले में मृतक शिक्षिका के पति ताराचंद ने गांव के रामकरण, बाबूलाल, गोकुल, मूलचंद, सुरेश चंद, आनंदी, प्रहलाद रेगर, सुलोचना, सरस्वती और विमला पर अपनी पत्नी अनीता पर पेट्रोल डालकर आग लगाने का आरोप लगाया है। वहीं ताराचंद का कहना है कि शिकायत के बाद भी पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की है। अब तक एक भी आरोपी को गिरफ्तार नहीं किए गए हैं। मंगलवार देर रात शिक्षिका की मौत के बाद वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ, जिसके बाद पूरा मामला सामने आया।

SHARE