कर्नाटक में मोहम्मद फाजिल की चाकुओं से गोदकर हत्या, इलाके में धारा 144 लागू

नई दिल्ली: (रुखसार अहमद) कर्नाटक के मंगलुरू में मॉब लिंचिंग का एक और मामला सामने आया है। जहां कुछ हिंदू संगठनों के लोगों के एक मुस्लिम युवक की चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी। इससे पहले 18 साल के मासूद को बजरंग दल के लोगों ने पीट-पीटकर मार डाला था। अब कुछ लोगों ने फाज़िल को निशाना बनाया है।

सोशल मीडिया पर हत्या का एक सीसीटीवी वीडियो भी वायरल हो रहा है। जिसमें 25 साल के फाज़िल पर चार लोग मास्क पहनकर हमला कर रहे है। यह घटना सूरतकाल इलाके की है। वहीं हालात तनावपूर्ण होते देख मेंगलुरु जिले के सूरतकल इलाके में धारा 144 लागू कर दी गई है। पुलिस प्रशासन ने कस्बे के मुस्लिमों से कहा है कि वे आज जुमे की नमाज अपने घरों में ही अदा करें।

बता दें कि दक्षिण कन्नड़ जिले में बीजेपी नेता प्रवीण नेट्टारू की हत्या के बाद से ही कर्नाटक में सांप्रदायिक तनाव बढ़ता जा रहा है। फाज़िल की हत्या क्यों हुई है इसका पता अभी नहीं चल पाया है लेकिन प्रवीण की हत्या के बाद हुई इस वारदात की वजह से माहौल निश्चित रूप से और तनावपूर्ण हो गया है।

मंगलुरु के पुलिस प्रमुख शशि कुमार ने कहा कि सूरतकाल बेहद संवेदनशील इलाका है इसलिए हालात को देखते हुए यहां और इसके आसपास के इलाके में धारा 144 लगा दी गई है। लोगों के बड़ी संख्या में इकट्ठा होने पर सख्त पाबंदी है।  जिस वक्त यह वारदात हुई उस वक्त फाज़िल अपने किसी परिचित से बात कर रहा था, तभी कुछ हमलावर कार से उतरकर उसकी ओर दौड़े।

सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि हमलावरों ने फाज़िल पर रॉड और चाकुओं से हमला किया, जब वह जमीन पर गिर गया तो उसके बाद भी वे हमला करते रहे। पुलिस हमला करने वालों की तलाश में जुटी हुई है।

राज्य के गृह मंत्री अरागा जननेंद्र ने कहा है कि हत्या की घटना के बाद दक्षिण कन्नड़ जिले में भी अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है और जो भी कानून को हाथ में लेगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

पुलिस ने मुसलिम नेताओं से अपील की है कि कानून और व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए वे शुक्रवार की नमाज अपने घरों पर ही पढ़ें। पुलिस ने आम लोगों से किसी भी तरह की अफवाहों पर ध्यान न देने के लिए कहा है।

जुलाई के शुरुआती दिनों में ही बगलकोट जिले के केरूर कस्बे में सांप्रदायिक झड़प हुई थी और चाकूबाजी की वजह से दोनों समुदायों के कई लोग घायल हो गए थे। यह लड़ाई झगड़ा तब शुरू हुआ था जब दक्षिणपंथी संगठन हिंदू जागरण वैदिके के कार्यकर्ताओं की एक मुस्लिम युवक यासीन के साथ कहासुनी हुई थी। इसके बाद इलाके में स्कूल-कॉलेजों को बंद करना पड़ा था।

हलाल मीट और हिजाब के मामले को लेकर पहले से ही कर्नाटक में तनाव का माहौल बना हुआ है। पिछले साल भर में यहां सांप्रदायिक तनाव की कई घटनाएं हो चुकी हैं। लेकिन सरकार इन पर रोक लगा पाने में फेल साबित हो रही है।

 

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