ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड की अपील, टीवी डिबेट में हिस्सा ना लें उलेमा और तमाम बुद्धिजीवी

नई दिल्ली : (रुखसार अहमद) पैगम्बर मोहम्मद की शान में गुस्ताखी करने के बाद भी पुलिस ने अबतक बीजेपी नेता नूपुर शर्मा और नवीन कुमार जिंदल को गिरफ्तार नहीं किया। लगातार देश में हो रहे प्रदर्शन के बावजूद भी दोनों की गिरफ्तारी नहीं हुई।

बल्कि नबी के बारे में की गई टिप्पणी पर कुछ लोगों बीजेपी के प्रवक्ताओं का समर्थन भी कर रहे है। देश में अबतक मुसलमानों पर जुल्म हो रहा था, लेकिन अब नबी के बारे में भी यब लोग जहर उगल रहे है।

वहीं इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक पत्र जारी करके उलेमाओं और देश के मुसलमानों से एक अपील की है। उन्होंने अपील करते हुए कहा है कि उलेमा और बुद्धिजीवी टीवी चैनलों पर बहस में शामिल नहीं हों।

ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने बयान जारी कर उलमा और बुद्धिजीवियों से आग्रह किया है कि वे टीवी चैनलों की बहसों में भाग नहीं लें। यह बयान बोर्ड के महासचिव मौलाना खालिद सैफुल्लाह रहमानी के हवाले से जारी किया गया है। कहा गया है कि उलमा उन टीवी चैनलों की बहस और डिबेट्स में भाग नहीं लें, जिनका उद्देश्य केवल इस्लाम और मुसलमानों का मजाक उड़ाना है।

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बयान में कहा गया है कि उलेमा इन कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर इस्लाम और मुसलमानों की कोई सेवा नहीं कर पाते। इन कार्यक्रमों का उद्देश्य रचनात्मक चर्चा के माध्यम से किसी निष्कर्ष पर पहुंचना नहीं है। इनका लक्ष्य इस्लाम और मुसलमानों का मजाक उड़ाना और उन्हें बदनाम करना है।

ये चैनल्स अपनी तटस्थता साबित करने के लिए एक मुस्लिम चेहरे को भी बहस में शामिल करना चाहते हैं। हमारे उलेमा और बुद्धिजीवी अज्ञानतावश इस षड्यंत्र के शिकार हो जाते हैं. यदि हम इन कार्यक्रमों और चैनलों का बहिष्कार करते हैं तो इससे न केवल उनकी टीआरपी कम होगी बल्कि वे अपने उद्देश्य में बुरी तरह विफल भी होंगे।

 

 

 

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