नई दिल्ली: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कृषि कानूनों को लेकर एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है. राहुल गांधी ने ट्वीट किया कि जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि प्रायश्चित कैसे करेंगे।
उन्होंने आगे लिखा लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब? शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब? सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब? MSP पर क़ानून कब? और आगे लिखा कि इसके बिना माफ़ी अधूरी!
जब PM ने कृषि-विरोधी क़ानून बनाने के लिए माफ़ी माँगी तो संसद में बतायें कि
प्रायश्चित कैसे करेंगे-लखीमपुर मामले के मंत्री को बर्खास्त कब?
शहीद किसानों को मुआवज़ा कितना-कब?
सत्याग्रहियों के ख़िलाफ़ झूठे केस वापस कब?
MSP पर क़ानून कब?इसके बिना माफ़ी अधूरी! #FarmLaws
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 3, 2021
गौरतलब है कि किसान संगठन और विपक्षी दल लगातार किसानों के विरोध प्रदर्शन के दौरान मारे गए किसानों के परिवारों के लिए सरकार से मुआवजे की मांग कर रहे हैं, लेकिन दो दिन पहले केंद्र सरकार ने संसद को बताया था कि विरोध के दौरान मारे गए किसानों की संख्या के बारे में कोई जानकारी नहीं है , तो मुआवजे का सवाल ही नहीं उठता!
सरकार के इस बयान पर विपक्ष ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है. कांग्रेस नेता खड़गे ने कहा कि अगर सरकार के पास किसान आंदोलन के दौरान मारे गए 700 किसानों का ब्योरा नहीं था तो कोरोना संकट के दौरान मारे गए लाखों लोगों के आंकड़े कैसे प्राप्त किए गए । उन्होंने कहा कि कोरोना संकट में 50 लाख से ज्यादा लोगों की जान चली गई लेकिन आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक सिर्फ 4 लाख लोगों की जान गई.