नई दिल्ली : (रुखसार अहमद) कश्मीर में मुसलमानों के साथ लगातार जुल्म बढ़ते जा रहे है। जब से धारा 370 हटी है तब से केवल नाम की आजादी रह गई है। हाल ही में सुरक्षाबलों ने दो लोगों की हत्या कर दी थी। उन्हें आतंकवादी बताकर बेरहमी से मारा डाला था।
घटना की वीडियों सोशल मीडिया पर भी वायरल हुआ था। जिसमें एक बच्ची रो-रो कह रही थी कि पुलिसवालों ने उसके पिता को आंतकवादी बताकर मार डाला और पुछने पर वह हसें थे। वहीं अब ऐसा ही ताजा मामला सामने आया है।
जहां तीन लड़कों को कार से निकालकर घसीटते हुए सुरक्षाबलों ने हत्या कर दी। दरअसल बुधवार को सुरक्षाबलों और आतंकवादी के बीच मुठभेड़ हुई थी।
पुलिस ने बयान दिया था कि उन्होंने तीन आंतकियों को मार गिराया। लेकिन इस घटना के गवहों ने बताया की उन्होंने तीन बेकसूर लोगों की जान ली है। चश्मदीदों ने इस बात का दावा किया है कि सुरक्षबलों ने तीन लड़कों को एक कार से निकाला और गोली मार दी। इस घटना से जुड़ी कई विडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है।
एक में चश्मदीद दावा करता है कि जिन तीन लड़को की हत्या कर दी गई वह निहत्थे थे। सुरक्षबालों ने उन्हें हमारे सामने ही गोली मारकर हत्या कर दी। उनका खून सड़कों पर पानी की तरह बह रहा था।
गवाहों ने यह भी आरोप लगाया है कि तीनों को एक कार से नीचे घसीटा गया और गोली मार दी गई। घटना के तुरंत बाद, स्थानीय लोग घटनास्थल के पास जमा हो गए और दावा किया कि मारे गए लोग निर्दोष थे।
भीड़ ने नारेबाजी की और मौके से विरोध की सूचना मिली।एक अन्य वायरल वीडियो में, रोती हुई महिला कहती है कि उन्होंने “पुलिसकर्मियों के एक समूह को देखा। वह बोली कश्मीरियों को अपने आसपास होने वाली घटनाओं के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
हम असहाय लोग हैं,” उसने शोक किया, “यह कब तक चलेगा? एक अन्य महिला ने कहा, “क्या हमने अपने बच्चों को इस तरह सड़कों पर मारे जाने के लिए पाला है? हम (कश्मीरियों) को कब तक इसका सामना करना पड़ेगा?
(BREAKING): Indian occupation forces dragged 3 Kashmiri boys from a car and killed them on the spot.
Here’s one of their grieving mothers:
“Do we raise our children for them to slaughter?”https://t.co/KbNcCNcJJP pic.twitter.com/uJOusG6GCU
— CJ Werleman (@cjwerleman) November 24, 2021
हालांकि, पुलिस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर कहा है कि गोलीबारी में तीन आतंकवादी मारे गए। पुलिस महानिरीक्षक कश्मीर विजय कुमार ने कहा है कि “यहां रामबाग में मुठभेड़ में मारे गए तीन आतंकवादियों में से एक की पहचान टीआरएफ, मेहरान के शीर्ष कमांडर के रूप में की गई है।
आईजीपी ने कहा कि पुलिस लंबे समय से उनका पीछा कर रही थी, खासकर जब उनका नाम दो शिक्षकों और अन्य नागरिकों की हत्या के मामले में सामने आया था।
उन्होंने कहा, ‘अन्य लोगों की पहचान की जा रही है। कश्मीरियों का खून पानी की तरह सड़को पर बहाया जा रहा है। बेगुनाह को आतंकी बताकर मार गिराया जा रहा है।