नई दिल्ली: (रुखसार अहमद) यूपी में आए दिन मुसलमानों पर जुल्म बढ़ता जा रहा हैं। कभी लिंचिंग तो कभी पुलिस हिरासत में बेकसूर मुसलमानों की मौत होना आम बात होती नजर आ रही हैं। ताजा मामला यूपी के कासगंज का है। जहां पुलिस हिरासत में मुस्लिम युवक अल्ताफ की मौत हो गई। इस घटना के बाद पुलिस एक बार फिर शक के घेरे में आ गई हैं।
दरअसल अल्ताफ पर लड़की को भगाने का आरोप लगा था। जिसके बाद अल्ताफ़ के पिता खुद उसे लेकर थाने छोड़कर आएं थे। लेकिन अगले ही दिन पुलिस ने खबर दी की आपके बेटे ने खुदकशी कर ली हैं। जिसके बाद अल्ताफ के पिता ने पुलिस पर हत्या का आरोप लगाया है।
कस्टडी में संदिग्ध मौत के बाद पुलिस की बड़ी लापरवाही सामने आई है। इस मामले में अल्ताफ के पिता का कहना है कि उन्होंने सोमवार की शाम खुद अपने बच्चे को पुलिस को सौंपा था, 24 घंटे बाद पता चला कि कि मेरे बच्चे ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है, मुझे लगता है कि वालों ने ही फांसी लगाकर हत्या कर दी है।
वहीं इस घटना पर पुलिस का कहना हैं कि “अल्ताफ को सुबह कोतवाली बुलाया गया जहां वॉशरूम जाने के बहाने जैकेट में लगी हुड की डोरी से उसने फांसी लगा ली। लापरवाही का मामला मानते पुलिस वालों को सस्पेंड का ऑर्डर दिया गया है।
बता दें अल्ताफ की संदिग्ध मौत का मामला जैसे ही सामने आया तो पुलिस के दावे पर सवाल उठने लगे। क्योंकि जिस नल से फांसी लगाने की बात की जा रही है, उसकी ऊंचाई महज 2 फीट होगी। ऐसे में सवाल उठता है कि कोई दो फीट ऊंचे नल पर लटककर कैसे फांसी लगा सकता है।