लड़कियों के पालन-पोषण के बेहतरीन नियम

आमिर ज़फर क़ासमी
निवास नबी करीम पहाड़ गंज नई दिल्ली

बेटी अल्लाह तआला की रहमत है, बेटी परिवार की शान होती है, उसकी इज्जत होती है, उसके दमन पर दाग पूरे परिवार के लिए कलंक होता है, अल्लाह तआला ने बेटी को हया के ज़ेवर से सजाया है, इसलिए पाकदामन लड़की की दुआ अल्लाह के यहाँ स्वीकार की जाती है। अल्लाह हर लड़की को पाकदामन पैदा करते हैं जब तक कि वह खुद गलत काम करके अपने आप को नापाक न कर ले । अल्लाह को हया को इतना पसंद करता है कि पवित्र कुरान में दो लड़कियों का उल्लेख किया है। وجاءت احداھما تمشی علی استحیاء،

और इन दो लड़कियों में से एक हया के साथ चलते हुए आई, इसलिए इसलिए इस्लाम ने कहा الحیاءشعبۃ من الایمان इसलिए लड़कियों की परवरिश एक मुश्किल काम है माता-पिता को अपनी बेटी को बताना चाहिए कि शांत रहना अच्छी आदत है ,लड़कियां ज़्यादा बोलना पसंद करती हैं मनुष्य जितना अधिक बोलता है, उतना ही वह अपने लिए परेशानी का कारण बनता है । एक हदीस में है (البلاء موکل بالمنطق) बोलने से बला इंसान के ऊपर आती है
8 से 14 साल की उम्र की लड़कियों के साथ शुरुआत में यौन दुराचार के अधिक मामले आते हैं तो लड़कियों से कहें कि वे अजनबियों से बात न करें, उन्हें कोई जानकारी न दें, अगर लड़की के पास खाली समय है, तो उसको घर के कामों में व्यस्त रखे । रसोई में मदद करने के लिए उसे कम उम्र से ही अपने पास रखें
नारी का वास्तविक रूप शराफत और हया है
जब एक लड़की जवानी की उम्र तक पहुँचती है, तो वह अक्सर अन्य जगहों से अलग अलग
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मिलते हैं यह उसे गलत मॉडल की ओर ले जाते हैं , लड़कियां कच्ची होती हैं, वे किसी ऐसे व्यक्ति को देखती हैं जो इतना प्रसिद्ध है और जिसकी इतनी प्रशंसा है, इसलिए वे उसे अपना मॉडल बना लेती हैं, हालाँकि यह फिल्म स्टार आदर्श मॉडल, नहीं होती। जो लड़कियां फील में काम करती है वह कभी भी इंसानियत के लिए मॉडल नहीं बन सकती वह तो पैसे कमाने का एक जरिया है ,महिला की असा तस्वीर यह है कि उसमे शराफत हो , इंसानियत हो ,हमदर्दी हो ,अल्लाह का खौफ हो ,यह इंसानियत की सच्ची तस्वीर है अल्लाह का है,
अगर किसी को रोल मॉडल बनाना है तो क्यों न मानने उम्महातुलमोमिनीन को रोल मॉडल बनाएं, लड़कियों को कभी किसी को मौका नहीं देना चाहिए कि वह आपको फंसा सके लुटेरा हाथ में बंदूक लेकर आता है और फिर माल लौटाता है, लेकिन सम्मान का लुटेरा प्यार के शब्दों के साथ आता है जब गैर-पुरुष कह रहा है कि मैं तुमसे प्यार करता हूँ, वास्तव में वह कह रहा है कि मुझे तुम्हारी ज़रूरत है वह आपको यौन संतुष्टि के एक उपकरण के रूप में समझता है वह आपको एक इंसान नहीं मानता तो ऐसे बन्दों के हाथ में खिलौना बनने की क्या जरूरत?

जिस लड़की ने भरोसा खोया, वो अविश्वसनीय लड़की बन गई
माता-पिता को यह नियम बनाना चाहिए कि वे टीवी न देखें या फोन या ईमेल का उपयोग न करें और अगर बच्ची इंटरनेट पर काम करती है, तो अकेले कंप्यूटर का उपयोग न करे बल्कि सबके सामने करे लड़की को चाहिए कि जिसे भी वह अपना दोस्त बनाए अपनी माँ की सलाह से बनाए
आज की लड़कियां इतनी साहसी हो गई हैं कि उन्हें समझाना पड़े तो पिता के होंठ कांप रहे होते हैं कहने वाले ने कहा है
वह शब्द खोज रहा था कांपते होठों से
कमजोर पिता को बेटी से बात करनी थी

सम्मान एक ऐसी चीज है जो चली गई तो वापस नहीं आएगी
आज बाप बेटी से बात करते-करते कांपता है,यह कैसे मेरी इज्जत बर्बाद कर रही है, क्योंकि बेटी की एक गलती पिता के सिर से पगड़ी उतार देती है, मां के सिर से दुपट्टा उतार देती है, परिवार बदनाम हो जाता है, बच्चियों को समझाने की जरूरत है कि जब कोई व्यक्ति अपना सब कुछ खो देता है, तो उसे वापस मिल जाता है लेकिन सम्मान वह चीज है जो खो जाने के बाद वापस नहीं मिलती।
उसी तरह लड़कियों को टीवी, इंटरनेट और फेसबुक से दूर रहना चाहिए। इसे ऑनलाइन सुरक्षा कहते हैं। आजकल कुछ पुरुष लड़कियां बन जाते हैं और नेट पर बात करते हैं और जब वे दूसरी लड़की के बारे में सारी जानकारी इकठा करलेते हैं, तो वे उसे ब्लैकमेल करते हैं। कहते हैं मई तो मर्द हूँ तुम मुझसे मिलो, नहीं तो मैं यह फोटो यू ट्यूब पर अपलोड कर दूंगा और न जाने कितनी लड़कियां हैं जो इसका शिकार हो जाती हैं जान को भी खतरा ,सम्मान भी खतरे में , onlion safty के बारे में आज मां अपनी बच्ची को कुछ भी नहीं बताती बच्ची गलती कर लेती हैं फिर उसके परिणाम माता -पिता को भुगतना पड़ता है।
संपर्क 8826547553

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शम्स तबरेज़ क़ासमी मिल्लत टाइम्स ग्रुप के संस्थापक एंड चीफ संपादक हैं, ग्राउंड रिपोर्ट और कंटेंट राइटिंग के अलावा वो खबर दर खबर और डिबेट शो "देश के साथ" के होस्ट भी हैं सोशल मीडिया पर आप उनसे जुड़ सकते हैं Email: stqasmi@gmail.com