नई दिल्ली (मिल्लत टाइम्स) प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी में भयावह मंजर देखने को मिल रहा है. हर तरफ सिर्फ कोरोना का कहर नजर आ रहा है. हर घर में लोग इस से जूझते नजर आ रहे हैं. कई लोगों की सांसे इस से लड़ते लड़ते थम जा रही हैं. एक ही घर में दो-दो, तीन-तीन लोगों की मौत हो जा रही है, किसी को कुछ नहीं समझ में आ रहा है कि आखिर क्या होगा वाराणसी के हरिश्चंद्र घाट का मंजर इस विभीषिका को बताता है घाट पर सुबह से शवों की लंबी कतार लगी हुई है. दर्जनों चिताएं एक साथ जलाई जा रही हैं, तो दर्जनों लाशें अपनी बारी का इंतजार कर रही हैं.
हरिश्चंद्र घाट पर शव जलाने के 2 तरीके हैं, एक तो बिजली से और दूसरा लकड़ी से. लेकिन इन दोनों स्थानों पर लाशों की लंबी लाइन लगी हुई है. एक शव जलाने के लिए कम से कम 7 से 8 घंटे इंतजार करना पड़ रहा है. स्थिति इस कदर भयावह होती जा रही है कि कोरोना की डेड बॉडी को उनके परिजन जलाने का ठेका देकर घर चले जा रहे हैं. श्मशान घाट पर लाश जलाने के लिए लकड़िया भी कम पड़ने लगी है.