क्रांतिकारी धरती बलिया से ‘करो या मरो’ का नारा निकलेगा. आज़ादी की लड़ाई भी 90 साल चली थी.राकेश टिकैत

नई दिल्ली (मिल्लत टाइम्स )कृषि कानून के खिलाफ देश भर में आंदोलन जारी है किसान दिल्ली की अलग अलग सीमाओं पर पिछले 100 दिनों से बैठे है ,कृषि कानून के मुद्दे पर किसानों के आंदोलन को ‘गति’ देने के लिए किसान नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait)देश के अलग -अलग स्‍थानों पर जाकर किसान पंचायत कर रहे हैं. किसान आंदोलन का चेहरा बने राकेश टिकैत इस समय पूर्वी यूपी का दौरा कर रहे हैं. बलिया जाने के क्रम में वे बुधवार को वाराणसी पहुंचे. एयरपोर्ट पर समर्थकों ने उनका स्‍वागत किया. इस मौके पर मीडिया से बात करते हुए संयुक्‍त किसान मोर्चा के नेता टिकैत ने कहा कि किसानों के मुद्दे का हल राजनीति से नहीं, आंदोलन से निकलेगा.

जब राकेश टिकैत से यह पुछा गया कि सरकार का कहना है कि आंदोलन अब किसानों का नहीं रह गया, इसने राजनीतिक रूप ले लिया है, टिकैत ने सरकार को दोटूक कहा-हमें तो यहां राजनीति वाला कोई नहीं मिला, सब किसान हैं. न ही राजनीति करने वालों का टैंट लगा मिला. इनका काम कहना है, कहते रहने दीजिए.उन्‍होंने कहा कि बलिया क्रांतिकारियों की धरती है. बलिया, बिहार से जुड़ा हुआ है. यही से ‘करो या मरो’ का नारा निकलेगा. टिकैत ने कहा कि आज़ादी की लड़ाई भी 90 साल चली थी.

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शम्स तबरेज़ क़ासमी मिल्लत टाइम्स ग्रुप के संस्थापक एंड चीफ संपादक हैं, ग्राउंड रिपोर्ट और कंटेंट राइटिंग के अलावा वो खबर दर खबर और डिबेट शो "देश के साथ" के होस्ट भी हैं सोशल मीडिया पर आप उनसे जुड़ सकते हैं Email: stqasmi@gmail.com