नई दिल्ली. गणतंत्र दिवस पर निकाली गई किसान ट्रैक्टर रैली के दौरान मचे बवाल और हिंसा के बाद किसान आंदोलन में जबरदस्त फूट पड़ गई है. राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के नेता वीएम सिंह (VM Singh) ने भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत पर गंभीर आरोप लगाते हुए खुद और अपने संगठन को इस आंदोलन से अलग करने का फैसला लिया है. उन्होंने कहा कि हम अपना आंदोलन यहीं खत्म करते हैं. हमारा संगठन इस आंदोलन से अलग है.
उधर, भारतीय किसान यूनियन (भानू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष भानू प्रताप सिंह ने भी खुद को आंदोलन से अलग करने का ऐलान कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैं कल दिल्ली में हुई घटना से इतना दुखी हूं कि मैं इसी समय से घोषणा करता हूं कि अपने संगठन के धरने को खत्म करता हूं.
इस पर संयुक्त किसान मोर्चे के एक प्रमुख नेता ने मीडिया से बातचीत में कहा कि वीएम सिंह क्या इस आंदोलन से अलग होंगे, उनको तो पहले ही मोर्चे ने खुद से अलग रखा हुआ है. उन्होंने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चे के तहत जो भी संगठन आंदोलन कर रहे हैं, वह शांतिपूर्वक अपना आंदोलन करते रहेंगे.
खुद पर लगे आरोपों को लेकर भाकियू के राकेश टिकैत ने कहा कि मैं पहले ही किसानों की सारी जिम्मेवारी ले चुका हूं. जिसको गाजीपुर छोड़ना है वह छोड़ दे. दो महीने तक यहां क्यों डटे थे? जब पुलिस का डंडा पड़ा तो भाग गए. जब नेतागिरी करनी थी तो करते रहे, लेकिन एफआईआर दर्ज हो गई तो आंदोलन छोड़कर भाग गए. आंदोलन को कमजोर आदमी बीच में छोड़ता है.