देश की अर्थव्वस्था आज़ादी के बाद सब से बुरे दौर में है ,लोगो का रोज़गार ख़तम हो गया है ,लाखो लोगो की नौकरिया चली गयी ,पुरे देश से हर दिन किसानो के आत्महत्या की तस्वीरें आ रही है ,देश का नौजवान आज सर्कार से रोज़गार की गुहार लगा रहा है। नौकरिया मांग रहा है
देश के किसानो को उनके अनाज की मानसिब दाम नहीं मिल रहा है और अगर उनकी जमीने ली जा रही है तो उसका सही मुआवज़ा नहीं मिल रहा है ,देश की बेटिया इस मोदी सरकार में सुरक्छित नहीं है सब का साथ सब का वकास के नारे की बात करने वाली मोदी सरकार आज उधोग पतियों की सरकार बन कर रह गयी है ,इस देश में जनता के मसाइल की बौछार है लेकिन आज का मुख्या मीडिआ इन सारी बातो से मुँह मोड़ कर सरकार के चाटुकारिता में लगा हुआ है उसको सिर्फ सुशांत की खबर का ही कवरेज करना है चाहे देश की आम जनता भूक से मर जाये उसको कोई परवाह नहीं है ,गोदी मीडिआ लोगो को दंगाई बनाने की पूरी कोशिश कर रहा है आज का यह मीडिआ वास्तव में मीडिआ नहीं रह गया यही बल्कि दंगाई मीडिआ बन गया है।
देश का युवा सरकार से रोज़गार मांग रहा है ,सरकार उनकी बातो को नहीं सुन रही तो ताली थाली बजा कर सरकार को जगाने की कोशिश कर रहा यही लेकिन,उसके बावजूद भी गोदी मीडिआ को यह सारी चीजे नहीं दिख रही है।