नई दिल्ली : यूपी विधानसभा चुनाव नतीजों की तस्वीर पूरी तरह साफ होती जा रही है। राज्य में एक बार फिर भाजपा सरकार बनाने जा रही है। तो वहीं समाजवादी पार्टी (सपा) को एक बार फिर विपक्ष में ही बैठना पड़ेगा।
बेरोजगारी, महंगाई और छुट्टा जानवरों की समस्याओं को उठाने और मुफ्त बिजली जैसे लुभावने वादे के बावजूद अखिलेश यादव आम जनता का भरोसा जीतने में कामयाब नहीं रहे। हालांकि, पार्टी ने अपने प्रदर्शन में सुधार करते हुए सीटें जरूर डबल से अधिक कर ली हैं।
वहीं करहल सीट से अखिलेश ने अपनी जीत दर्ज कर ली है। अखिलेश ने भारतीय जनता पार्टी प्रत्याशी और केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को हराया। शुरू में बघेल इस चुनावी मैदान में तीसरे स्थान पर चल रहे थे और दूसरे स्थान पर बहुजन समाज पार्टी के प्रत्याशी कुलदीप नारायण थे।
करहल सीट मैनपुरी में पड़ती है जो मुलायम सिंह और समाजवादी पार्टी का गढ़ है। अखिलेश यादव ने अपने लिए उस विधानसभा को चुना जहां कभी उनके पिता स्कूल टीचर थे। समाजवादी पार्टी के लिहाज से यह सबसे सुरक्षित सीट थी। अखिलेश यादव के खिलाफ भारतीय जनता पार्टी ने भी दांव चला। उनके खिलाफ केंद्रीय मंत्री एसपी सिंह बघेल को उतारा। बघेल भी इस इलाके में जाना-पहचाना नाम हैं।