सीतामढ़ी में पुलिस के जरिए दो लड़कों के कत्ल पर पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया की ग्राउंड रिपोर्ट
चकिया थाना के रमडिहा गांव के दो मुस्लिम नौजवान को पुलिस के जरिए कत्ल कर दिए जाने के मामले की जांच के लिए पॉपुलर फ्रंट की टीम रंगीला पहुंची जहां टीम ने पाया के या कत्ल पूरी तरह मंसूबा बंद था लोगों ने बताया कि 5 मार्च की रात 12:30 बजे साथ गारी गुफरान पिता मुनव्वर अली के घर पहुंची जिसमें पांच गाड़ी पुलिस की थी दो गाड़ी आम थे पुलिस वालों में करीब 8 ने वर्दी लगाई हुई थी बाकी लोग शादी ड्रेस में थे सभी के हाथ में पिस्तौल था इस ग्रुप को चकिया थाना का इंचार्ज संजय सिंह लीड कर रहा था वह गुफरान के घर गए और उसे वहां से उठा लिया जबकि पुलिस के पास वारंट भी नहीं था इसके बाद करीब 1:30 बजे वह लोग तस्लीम पिता मुलाजिम के घर पहुंचे इसके घर का दरवाजा तोड़ कर अंदर घुसे वह वहां नहीं मिला क्योंकि वह मदरसा में सोया था तो उसके घर से 3 मोबाइल 6 में इमरजेंसी लाइट और साढ़े ₹12000 छीन लिए घर की महिलाओं के साथ बेइज्जती क्या और इसके बाप जिनका पैर और कमर टूटा हुआ है स्टील लगा हुआ है वह खटिया पर सोए थे तो खटिया पर लात मारकर नीचे गिरा दिया उसके पड़ोसियों के घर पर भी बदमाशी की इसके बाद तस्लीम को मदरसा से उठा कर निकल गए जबकि इसके खिलाफ भी वारंट नहीं था सुबह जब फैमिली और गांव के लोग चकिया थाना गए तो थाना इंचार्ज संजय ने सबके साथ बदतमीजी किया और कहा कि वह लोग हमारे पास नहीं है इसी तरह सैदपुर व डुमरा थाना गए वहां भी लोग इंकार करते रहे बाद में किसी तरह पता चला तो लोग सदर अस्पताल सीतामढ़ी पहूंचे जहां पुलिस वालों ने अंदर जाने नहीं दिया और पता चला के पोस्टमार्टम चल रहा है यहां पर भी पुलिस ने कानून से खेलते हुए फैमिली से बगैर इजाजत ही दोनों का पोस्टमार्टम कर दिया जिसे पोस्टमार्टम के बाद चकिया थाना ही लेकर घर आई लाश को देखकर साफ लग रहा था कि पुलिस ने बहुत बर्बरता के साथ इन्हें मारा है यहां तक कि कील और बिजली के करंट का इस्तेमाल भी इनके जिस्म के साथ हुआ था लोगों ने बताया कि इन दोनों में से गुफरान सऊदी रहकर काम करता था अभी घर आया हुआ था फिर सऊदी ही जाने वाला था किसी तरह के गलत काम में वह कभी नहीं रहा था हा तस्लीम एक मर्डर के मामला में कनाल सिंह के साथ मुजफ्फरपुर जेल गया था जहां से अभी जमानत पर रिहा हुआ था 8 मार्च की गिरफ्तारी पर मिल्लत टाइम्स ब्यूरो चीफ सैफुर रहमान ने डुमरा थाना से बात किया तो थाना ने कहा कि इन लोगों को शक की बुनियाद पर पूछताछ के लिए लाया गया था लोगों ने तस्लीम के बारे में कहा कि वाह बेहद गरीब घर का था कामकाज को लेकर कुणाल सिंह जैसे कुछ दबंगों से ताल्लुक था जिसकी वजह से मर्डर मामला में फस गया था लोगों ने बताया कि 5 मार्च की रात उन दोनों की गिरफ्तारी के वक्त कुणाल सिंह को पुलिस के साथ देखा गया था और पुलिस ने अपनी हिफाजत में इसे गांव से भगाया है
पॉपुलर फ्रंट के राज्य जनरल सेक्रेट्री रियाज मारीफ ने उनके फैमिली से कहा कि अगर आप आगे बढ़ने को तैयार हैं तो फ्रंट आप को मुकम्मल लीगल मदद करेगी और लड़ाई को आखिर तक ले जाएगी दोनों मृतक की फैमिली ने फ्रंट की टीम से कहा कि पुलिस वाले को हमारे बच्चे को मारना ही था तो गोलियों से भून देते हैं लेकिन इस तरह पीट पीट कर ना मार देते उन्होंने कहा कि हमें मुआवजा नहीं इंसाफ चाहिए और हम इसके लिए लरेंगे इस मौके पर टीम में रियाज मारीफ साहब के अलावा अल मोमिनीन फाउंडेशन के चेयरमैन सर्फुद्दीन कासमी एसडीपीआई के मुजफ्फरपुर जिला सेक्रेट्री जावेद इकबाल, पॉपुलर फ्रंट के मुजफ्फरपुर एरिया सदर एहतेशाम ताबिश, पॉपुलर फ्रंट के डॉक्टर , मास्टर मुमताज, मोहम्मद अजीज, मोहम्मद इरशाद, सैयद नासिर साहब शामिल थे