बीजेपी नेता ज्ञानदेव का मॉब लिंचिंग’ पर बयान, अब तक हमने पांच मारे हैं, कार्यकर्ताओं को दे रखी है खुली छूट

नई दिल्ली,  राजस्थान के कई शहरों में सांप्रदायिक तनाव बना हुआ है। वहीं बीजेपी नेता ने लिंचिंग मामलों में एक भड़काऊ बयान दिया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा बोल रहे है हमने 5 लिंचिंग की है। ऐसा लग रहा है वह मुसलमानों के लिंचिंग की बात कर रहे है।

दरअसल आहूजा पास बैठे लोगों को उकसाते हुए बोल रहे हैं कि, “जबरदस्त आंदोलन चलाना चाहिए। अब तक तो पांच हमने मारे हैं। इस एरिया में यह पहली बार ऐसा हुआ है कि उन्होंने मारा। नमैंने तो कार्यकर्ताओं को खुल्लम खुला छूट दे रखी है उन्होंने गली देते हुए मुसलमानों को टरगेट किया, और कहा हम जमानत दिलाएंगे।

वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने यह वायरल वीडियो पोस्ट कर बीजेपी पर सांप्रदायिक सौहार्द बिगाड़ने के आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा, “बीजेपी के मजहबी आतंक और कट्टरता का और क्या सबूत चाहिए? पूरे देश में बीजेपी का असली चेहरा सामने आ गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस ने एक्शन लिया है।

सांप्रदायिक भावना भड़काने के आरोप में पुलिस कॉन्स्टेबल गजेंद्र सिंह ने गोविंदगढ़ थाने में बीजेपी के पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा के खिलाफ धारा 153 ए में मुकदमा दर्ज किया है। कॉन्स्टेबल ने रिपोर्ट में बताया कि अधिसूचना एकत्रित करने एवं ड्यूटी करने के लिए रामबास में मौजूद था। उस वक्त पूर्व विधायक ज्ञानदेव आहूजा मृतक चिरंजीलाल के घर बिजली ग्रेड के पास रामबास में आए, उन्होंने लोगों के सामने सांप्रदायिक भावनाएं भड़काने वाले विवादित बयान दिए। मामले की जांच सहायक उपनिरीक्षक श्यामलाल मीणा को सौंपी गई है।

बता दें अलवर जिले के गोविंदगढ़ थाना क्षेत्र के रामबास गांव में गत 14 अगस्त की सुबह खेत में शौच कर रहे 45 वर्षीय चिरंजीलाल की कुछ लोगों ने ट्रैक्टर चोर समझकर बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। चिंरजीलाल को गंभीर हालत में जयपुर रेफर किया था। जहां 15 अगस्त को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई थी।

देश में मॉब लिंचिंग एक्ट अभी लागू नहीं है, लेकिन पुलिस ने इस घटना को मॉब लिंचिंग मानते हुए आईपीसी की धारा 147, 148, 149 और 302 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस ने इस मामले में अब तक 9 लोगों को गिरफ्तार किया है। सवाल यह उठता है जब मुसलमानों की लिंचिंग की जाती है तब ऐसी धराओं पर पुलिस केस क्यों दर्ज नहीं करती है।

SHARE