Zakir Ali Tiyagi
कल यूपी एटीएस ने लखनऊ के मिन्हाज और मसीरुद्दीन को गिरफ़्तार किया है,मिन्हाज काकोरी थाना क्षेत्र के सीते विहार कॉलोनी में रहता है,वह इन्वर्टर बैट्री की दुकान करता है अपने परिवार का पालन पोषण करने के लिए रोज़ सुबह से शाम तक के लिए दुकान पर जाता है,मिन्हाज़ के पड़ोसी के मुताबित कल सुबह एटीएस अपने बैग लेकर उसके घर मे घुसती है और उसके माँ बाप को किनारे कर मकान को अपने कब्ज़े में ले लेती है,पूरे दिन एटीएस उसके घर मे रही और मिन्हाज़ को भी दुकान से उठा से लिया,एटीएस अपने बैग लेकर जब अंदर जाती है तो आप समझ ही सकते है कि कुछ ना कुछ मनुप्लेट किया जाना था,शाम होते ही लोकतंत्र की किलर मीडिया ने न्यूज़ ब्रेक कर डाली जिसमे खबरें प्रकाशित और प्रसारित हुई “कि 15 अगस्त के मौके पर देश को दहलाने की साज़िश रचने वाले 2 आतंकी प्रेसर कूकर बम के साथ गिरफ्तार,दोनों का संबंध अलकायदा समर्थित आतंकी संगठन अंसार गजवातुल हिन्द से है”
अखिलेश यादव ने इन गिरफ्तारी को लेकर कहा कि “मैं उत्तर प्रदेश पुलिस और ख़ासकर बीजेपी सरकार पर भरोसा नही कर सकता” एक लाइन कही कि बीजेपी ने अखिलेश के इन सवालों को तुष्टिकरण की राजनीति करार दे दिया है और बीजेपी ने कहा है कि ”लखनऊ में एटीएस ने अलकायदा के 2 आतंकियों को गिरफ्तार कर बड़े हमले की साजिश को नाकाम कर दिया. इस सफलता पर गर्व करने की बजाय पूर्व मुख्यमंत्री ने सवाल उठाकर उत्तर प्रदेश पुलिस को अपमानित किया है. अखिलेश जी बताएं कि उनके लिए देश की सुरक्षा महत्वपूर्ण है या तुष्टिकरण की राजनीति?”
यूपी का चुनाव सैकड़ो मुस्लिम युवकों की बलि चढ़ायेगा और उनके ज़ख़्मो पर चुनावी मंच बनाकर बीजेपी ने चुनाव लड़ना शुरू कर दिया है,लेकिन सवाल है कि जब कुछ सालों बाद इन दोनों युवकों को उसी अदालत द्वारा बरी किया जायेगा जो अब इन्हें बिना जांच पड़ताल किये जेल भेज देगी तो बरी होने के बाद किस पर कार्रवाई होगी?कौन इन आरोपों पर प्रवक्ता बनेगा जो अब इन्हें जेल भेजने पर आतंकी बोल रहे है?कौन इनकी बर्बादी का सबब बनेगा?कौन इन पर लगे आरोपों को लेकर सफाई देगा?कोई नही?किसी की जवाबदेही तक तय नही और लोकतंत्र ज़िंदा है?
आप अल्लाह से दुआ किजिएगा Syed Hassanul Haque अपने साथियों समेत इस मसीरुद्दीन व मिन्हाज़ के केस को देख रहे है और हर संभव लीग़ल हेल्प देने की कोशिश की जा रही है