नई दिल्ली . पिछले साल अगस्त में कांग्रेस नेतृत्व के खिलाफ नाराजगी जाहिर करने वाले G-23 समूह के कुछ नेता एक बार फिर जम्मू में इकट्ठे हुए हैं. शनिवार को आयोजित शांति सम्मेलन में पार्टी के गुलाम नबी आजाद कपिल सिब्बल सहित कई बडे़ नेताओं ने कांग्रेस को लेकर खुलकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. अहम् बात यह है कि पिछले साल इन नेताओं ने पार्टी नेतृत्व से तत्काल फैसले लेने की मांग की थी.
जम्मू में हो रहे शांति सम्मेलन में आनंद शर्मा, मनीष तिवारी, हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपिंदर सिंह हुड्डा, विवेक तन्खा और राज बब्बर जैसे कई कांग्रेसी दिग्गजों ने शिरकत की है . शर्मा ने खुले शब्दों में कह दिया है कि कोई हमें नहीं बता सकता कि हम कांग्रेसी हैं या नहीं. उन्होंने कहा ‘जो कांग्रेस मे हैं महात्मा गांधी के सोच को मानते हैं, उनके अंदर हिम्मत ना हो सच बोलने की ये कैसे हो सकता है.’
उन्होंने कहा ‘पिछले एक दशक मे कांग्रेस कमजोर हुई है, हम नहीं चाहते जैसे जैसे हमारी उम्र बढे़ हम कांग्रेस को कमजोर देखें, हममें से कोई ऊपर से नहीं आया, खिड़की दरवाजे से नहीं आया,हम छात्र आंदोलन से आये, यह अधिकार हमने किसी को नहीं दिया कि हमे बताये कि हम कांग्रेसी हैं या नहीं हैं.’